भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बहराइच -
-
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बहराइच
में उमड़ा जनसैलाब हुई रैली व जनसभा शहर को लाल झंडो से सजाया गया
7 घंटे पहले
अपनी भड़ास को सीधे ही अपने ई-मेल द्वारा इस पते पर भेजिये bharhaas.bhadas@blogger.com
भड़ासी अपने चिट्ठों को यहां भड़ास के अपने एग्रीगेटर पर सूचीबद्ध करें अपने चिट्ठे का URL सीधे ही हरे रंग के प्लस(+)के चिन्ह पर क्लिक करके जोड़िये

जगती की अंगनाई में,
क्यों धूप बिखर जाती है।
तारों की चूनर ओढे,
क्यों निशा संवर जाती है ?
अभिशाप यहाँ पर क्या है,
वरदान कहूं मैं किसको।
दूजे का दुःख अपना ले,
है समय यहाँ पर किसको॥
रसधार यहाँ पर क्या है ?
विषधर कहेंगे किसको ?
क्षण -क्षण परिवर्तित होता,
संसार कहेंगे किसको ?
डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल "राही"
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
Back to TOP
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें