अनूप की चालाकी , पेज की सामग्री किस तरह बदल कर लाते है
सोमवार, 7 सितंबर 2009
पढने के लिए पेज पर क्लिक करे और जाने किस तरह अनूप सब का पागल बना रहा है ???? ???????? ??? ???? ???? ????? ??? ????
अब किसी भी किताब को स्कैन करो , मिक्रो सॉफ्ट ओफिच्स मे उसे खोलो , फ़िर मनचाहे ढंग से उस मे कुछ भी बदल दो , अनूप तुम्हारा भंडा फोड़ हो गया है अब क्या बोलना है , और हा अभी तक तुम ने उस विवादस्पद टिप्पणी का आईपी addrss नही दिया है , ,तुम्हारे उपेर जो परदा , नकाब है वो भी अभी विस्सा ही है , की तुम मानव जाती से हो या ...
5 टिप्पणियाँ:
दुष्ट राक्षस! तू कितना भी सफ़ाई दे हम सब देख रहे हैं कि तूने क्या फ़ार्मेट बदला है और तू कितना बड़ा मायावी विद्या का जानकार है। राक्षसों के शिरोमणि महावीर सेमलानी ने वकालत करना छोड़ दिया क्या तुम दानवों की????
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
तुम पहले ठीक से लिखना सीख लो फिर लोगों को तकनीक और उसका भंडा फोड़ना सिखाना। तुमने स्कैन करके जो बदलाव करना चाहा है वह प्रश्नवाचक चिन्हों के रूप में हम सबको दिख रहा है, तुमने जो बदला है वह पहले से ही टैक्स्ट मैटर है।
जय जय भड़ास
अरे सोनी जरा ध्यान से देख , अमित ने मैटर कहा का बदला है , तू ही कही अनूप के नाम से ये पागलो वाली हरकत कर रहा है , टेढ़े मुह , पहले अपना मुह सीधा कर के आ , फिर अमित को लिखना सिखायो
मुनेन्द्र सोनी अगर तेरे मे इतना ही तकनिकी ज्ञान है तो तू ही बता सही कैसे लिखा जायेगा , जब अनूप मंडल की पोले खुलने लगी तो आ गया उस की हिमायत करने , आज तक इस अनूप मंडल ने सिर्फ कुछ किताबो को ले कर उट पटांग बाते रख दी , दिल का दौरा पड़ा सुमन को और अनूप इस को करतूत बताता है जैनियो की , ये पागल कहा से पकड़ लाये भड़ास पर , जब से इस ने आ कर जैन को गली देना शुरू किया है , कोई भी अनूप तेरा तो पोल खुल गया है , और मुनेंदर सोनी तू इस का वफादार बन कर हर बात मे इस के हगे को खुशबूदार क्यों बनाता है , तेरी अपनी कोई अकल है की नहीं , तेरे को स्कैन और HIGHLIGHTER मे फर्क नहीं नजर आ रहा ,भडासी है तियो अकल से भड़ास निकल , न की बिना मतलब की बात को ले कर , सार्थक बहस यहाँ नहीं देख रहा हु
बेचारे राजकुमार और जुर्म,अपराध,क्राईम सारे मिल कर कोशिश कर रहे हैं कि जो भी अनूप मंडल की बातों पर बोले उसे बुरा भला कह सकें लेकिन ये दुनिया के सबसे बड़े हलकट ये नहीं जानते कि इन राक्षसों का भंडाफोड़ हो चुका है। भड़ास पर तो तुझे भी कहीं से हम पकड़ कर नहीं लाए तू क्यों हमारा हगा खाने आ गया सुअर!!!
हमें सच और झूठ में फ़र्क दिखता है। तू कुकर्मों में इतना अंधा हुआ है कि तुझे भड़ास की ताकत नहीं दिख रही है। जिन सुमन जी कि तू गाली दे रहा है वो तेरे जैसे हरामियों को उनके बापों का पता तलाश कर देने वाले अनुभवी वकील हैं तू क्या है तेरा क्या प्रोफ़ाइल है झूठा ही सही बना कर सामने तो आने का साहस कर तब तुझे बताएंगे कि भड़ास क्या है और क्या ताकत है भड़ास की....
जय जय भड़ास
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