फ़िल्मों में देसी आइटम गर्ल्स और वेश्याबाजार में स्थानिक वेश्याएं चाहिये राज ठाकरे को...
बुधवार, 17 मार्च 2010
अब से पहले भड़ास पर जो विचार रखे जाते रहे हैं लोगों को लगता है कि भड़ासी पगलाए से हैं कि जो चाहे ऊल-जुलूल बोलते रहते हैं। राज ठाकरे और उनकी कथित कुक्कुर सेना की तरफ़ से एक बयान आया तब जबकि इस सेना के कई सैनिकों को पुलिस ने फ़िल्मकारों से जबरन धन उगाही के लिये गिरफ़्तार करा कि फ़िल्मों में "देसी आइटम गर्ल्स" होना चाहिये न कि विदेशी नचनियों को रोज़गार दिया जाए।
कमाल का विचार है देशज बातों के प्रति इतनी गहरी आस्था तो शहीद भगत सिंह से लेकर बिस्मिल तक में न थी। ये सब अमिताभ बच्चन और बेन किंग्सले की फिल्म "तीन पत्ती" की ब्राजीलियन छोकरी तेरी नियत खराब है.... गाने पर नाचने वाली (पचहत्तर प्रतिशत नंगी) को लेकर करा जा रहा है। राज ठाकरे के विचार से सहमति इस विचार के साथ संलग्न है कि फिल्म में आइटम गर्ल के साथ मुंबई में कमाठीपुरा की सारी वेश्याएं भी यदि परप्रांतीय हुईं तो ये सेना इस बात को सहन नहीं करेगी और कमाठीपुरा(जो कि एशिया का सबसे बड़ा वेश्याबाजार है और मुंबई की शान है) में देसज और मराठीभाषी लड़कियो को ही धंधा करने दिया जाएगा।
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
nice
Bahot sahi likha hai Aapa :)
main kal soch rahi thi, pichhle do IPL match mein Saurav Tiwari naam ke bihari ne Mumbai ke liye zabardast run banaye hain. Abhi Raj Thakrey use team se nikalne ki baat karega kya?
haha :D
Raj Thakre ka Vakil ek uttar-bharatiya hai. Unki Dharmpatni bhi Uttar-bharatiya hain :D
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