टाटा इंडिकाम(प्रीपेड) की नोडल आफ़िसर शगुना शेट्टी की नजर में ग्राहक मूर्ख से ज्यादा कुछ नहीं है - 8

गुरुवार, 6 मई 2010

हम सबने ये निर्णय करा कि इस मामले को आम आदमी की अदालत में लाया जाए ताकि इनका कपट खुल सके कि ये लुटेरे किस तरह जनता को लूट रहे हैं। दूसरी बात कि यदि ये नीति टाटा की न होकर इन अधिकारियों की निजी दुष्टता है तो ये बात टाटा के उच्चाधिकारियों के सामने लाया जाए ताकि अपनी मनमानी करके टाटा का सत्यानाश न कर दें। यदि डीलर ने कह दिया कि उसने गलती से रिचार्ज कर दिया था तो ये धूर्त उसे वापिस करने से पहले ग्राहक के बारे में भी हजार बार सोचें और पैसा वापिस करने से पहले बेचारे गरीब उपभोक्ता से भी एक बार पूछ लें किन्तु ये ऐसा करने की जरूरत तक महसूस नहीं करते बस डीलर ने चाहा तो पैसा आपके एकाउंट से गायब हो जाएगा अब आप बैठिये अपना सिर धुनते ग्राहक सहायता केन्द्र के महाढीठ लोगों से बात करते जो ग्राहक की बात न तो सुनते हैं न ही मानते हैं उल्टा कागजात गलत होने की बात कह कर फोन बंद होने की धमकी भी देते हैं फिर इसके बाद लापता किस्म के शगुना शेट्टी जैसे अधिकारी और इनके कार्यालय के नूरेनज़र चंदन जैसे लोग जो ग्राहक को हजार तरीकों से झूठ बोल कर ये मनवाने का जतन करते हैं कि ग्राहक की ही गलती है जो कि उसने अपने नुकसान की बात उठाई क्योंकि अंत तक इन्हें गरीब ग्राहक की बात नहीं माननी है ये यही गाना गाएंगे कि डीलर ने गलती से रिचार्ज कर दिया था इसलिये वापिस ले लिया गया।
जय जय भड़ास

0 टिप्पणियाँ:

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP