95% नंगी शर्लिन चोपड़ा पर सम्पादकीय लिखने वाले ठरकी सम्पादक
शनिवार, 26 जून 2010
ये तो जमाने से चर्चा है कि बाजारवाद के दौर में सम्पादक जैसी संस्था समाप्त सी हो चली है सम्पादक के स्थान पर लालाजी की तेलमालिश करने वाले मैनेजरों ने ले ली है लेकिन तेलमालिश करने वालों का भी तो कोई विवेक होता होगा ऐसा मुझ कुबुद्धि ने मान रखा था। भ्रम पाले रहने में जब तक नुकसान न हो तो पाले रहने में कोई बुराई नहीं है। जैसे कोई मुझसे कहे कि स्वर्ग में अप्सराएं होती हैं तो मैं उसे इस भ्रम में रहने देने में कोई नुकसान नहीं मानता। ये बेवकूफ़ संपादक लाला के कहने पर शर्लिन चोपड़ा जैसी ९५% नंगी लुप्तप्राय सी माडल जिसे कोई ठीक से जानता तक नहीं है उस पर सम्पादकीय लिख रहे हैं जैसा कि नवभारत टाइम्स,मुंबई के सम्पादक ने करा है । बात है कि शर्लिन चोपड़ा ने ट्विटर नामक वेबसाइट पर अपने नंगे फोटो चढ़ाए थे जिसे वो कह रही है कि ट्विटर ने हटा दिये, अब हटा दिये होंगे तो ये शर्लिन चोपड़ा और ट्विटर की समस्या है वैसे भी ट्विटर की शर्त है कि आप अश्लील कंटेंट नहीं अपलोड करेंगे। यदि ट्विटर के संचालकों को लगा होगा ये छोरी तो ज्यादा ही नंगई कर रही है तो उन्होंने हटा दिया इसमें इतना हाय तौबा करने की क्या बात है?संपादक उस नंगापन बेचने वाली लड़की को निगेटिव पब्लिसिटी के लिये करे जाने वाले टोटके को हवा दे रहे हैं। थू है.... शू है... ऐसे ठरकी सम्पादको पर.....
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
बड़ी खतरनाक भड़ास निकली है ऐसा लगा की बस दनादन गोलियां बरस रही हैं !!!
अगर गर्म बिस्तर, दारु और मुर्गा मिले तो ये साले दो तकिये सम्पादक कुछ भी लिखदें, अपनी माँ बहन को अपना मानने से मना कर दें.
जय जय भड़ास
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