रणधीर सिंह सुमन जी बताएं कि उनके साम्यवाद का क्या मतलब है????
रविवार, 6 जून 2010
वकील साहब ने अपने पोंगा पंथ पर बड़ी ही चतुराई से लीपापोती करते हुए लिख दिया कि वे तो साम्यवादी हैं। अब पता चल ही गया है तो जनाब बिलकुल साफ़ सब्दों में बता दीजिये कि आपका साम्यवाद आपका निजी रचा हुआ है या फ़िर विदेशी कार्लमार्क्स का साम्यवाद मानते हैं? कहीं ऐसा तो नहीं कि आप लेनिन महाराज का साम्यवाद मानते हों या फिर ऐसा तो नहीं कि मार्क्स और लेनिन के वर्णसंकर मा.ले. पर चलते हों? अगर इनसे भी आगे आकर साम्यवाद की बात करते हैं तो हो सकता है कि आप भी माओ की बातों में साम्यता तलाशते होंगे?
अगर आप भी अरुंधती राय की बात पर चल कर ये कह सकते है कि मैं माओवादियों का समर्थन करता हूं जिसे मन में आए जेल में डाल दे तो वाकई आपको सलाम करना पड़ेगा, अरुंधती राय ने तो पचासों पत्रकारों के सामने ये बात मुंबई रेलवे स्टेशन के बाहर बने पत्रकार भवन में बिना किसी लागलपेट के कही थी। आप क्या कहते हैं साम्यवादी जी.......???????
संजय कटारनवरे
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
चुप्पी चुप्पी चुप्पी
खामोशी द ग्रेट सन्नाटा
राजनैतिक पैंतरा
नो कमेंट तक मत कहो
बात अपने आप मर जाएगी पर सुमन जी ये भड़ास है आप शायद इसका मिजाज़ अब तक समझ ही नहीं पाए
जय जय भड़ास
सुमन जी ने इस पर नीचे क्यों नहीं लिखा .. हर माल दो रूपया !!! कहाँ गया साम्यवाद ?
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