देख रहे हैं कि अरुंधती राय के बयान के बाद क्या होता है???
शुक्रवार, 4 जून 2010
देख रहे हैं कि अरुंधती राय के बयान के बाद क्या होता है जांच होती है या फ़िर सरकार द्वारा चुप्पी साध ली जाती है या बाई जी को जेल में डाला जाएगा। बाई ने तो सीधा कहा है तमाम पत्रकारों के सामने कि यदि सरकार चाहे तो जेल में शौक से डाल सकती है पर उन्होंने जो कहा वह उसी पर डटी रहेंगी। यार एक बात समझ में नहीं आती कि भड़ासियों ने इतना लिखा तो न ये कहा कि हमें जेल में डाल दो और न ही बुकर एवार्ड के लिये उनका नामांकन करा गया। अब तो हम भी आतंक के पक्ष में ही बोलेंगे और ये सपने देखेंगे कि हमें बुकर नहीं तो बकर-बकर एवार्ड तो मिल रहा है। श्रमिक के हित में खड़ी मार्क्स, लेनिन और अब माओ की सोच में अब शस्त्र के साथ बाई जी का मनोबल भी जुड़ गया है तो अब यकीन है कि देश पर श्रमिकों का राज होगा और चुनाव सशस्त्र हुआ करेंगे जो जितने लोगों को मार सकेगा वही राज्य करेगा। इस दौड़ में चाहे हमारे देश की सरकार के हत्यारे हों या माओ के दरिंदे........
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
रुपेश भाई आदाब
सही पकड़ा आपने और वैसे भी हम भड़ासियों को गोली बन्दूक की ज़रुरत नहीं है हमारे हर एक शब्द गोलियों के सामान होते हैं.....ये बात तो ब्लॉग जगत के महारथी भी मानते हैं और जो नहीं मानते वो कोमा में चले गए.....
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