डरना मत अजमल कसाब हम तुम्हें किसी भी तरह बचा ही लेंगे
मंगलवार, 8 जून 2010
अब्बास काज़मी के बाद अब हमारी भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे संसार की जटिलतम न्याय व्यवस्था की ये वो दो महान विभूतियां है बाई का नाम है फ़रहाना शाह और बाबा का नाम है अमीन सोलकर; इन दोनो भले मानुसों को हाईकोर्ट में कसाब की वकालत के लिये भरपूर सेवा शुल्क के साथ नियुक्त करा गया है। इन दोनो को पूरा भरोसा होगा कि ये अपनी कानून की जानकारी के आधार पर किसी भी तरह से अजमल कसाब को बचा लेंगे क्योंकि इनकी नजरों में वो बेकुसूर ही है। इसके बाद अभी सुप्रीम कोर्ट भी इसी तरह की सुविधाएं मुहैय्या कराएगा जिसके लिये बहुत से काबिल वकील लाइन में खड़े होंगे कि वो किस तरह बेचारे निरीह और मासूम अजमल कसाब को बचा सकें जिसे कि बस मुसलमान होने के कारण मुंबई पुलिस ने पकड़ कर फंसा दिया है और आतंकवादी होने का आरोप जड़ दिया है जैसे कि श्री फ़हीम अंसारी और श्री सबाउद्दीन जी के साथ करा था लेकिन हमारे आदरणीय़ वकीलों और जज आदि ने मिल कर उन्हें बचा लिया है। बेफ़िक्र रहिये एक न एक दिन आपको साध्वी बाई और कर्नल पुरोहित भी इसी तरह बाहर आकर दिखेंगे। जनसंख्या की बेतहाशा बढ़ोत्तरी को रोकने के लिये ये लोग सरकार की मदद कर रहे हैं आखिर संसाधन कम हैं और हमारे जैसे आम इंसान बच्चे पर बच्चे पैदा करके भीड़ बढा रहे हैं तो नेताओं, जजों आदि के खाने के लिये खाना बचा रहे इसलिये नयी जनसंख्या नीति का शायद निर्धारण यही है।
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
भाईसाहब आपने जिस तरह लिखा है उस पर कोई कमेंट तक देने का साहस नहीं कर सकता लेकिन हम तो नए मुल्ला हैं तो जोर से बांग देंगे ही :)
भड़ास ज़िन्दाबाद
जय जय भड़ास
जीवे भड़ास
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