अब हम इस विवाद को विमर्श से निपटाएंगे कि कौन क्या है????
शनिवार, 5 जून 2010
हम लोग सा व्यस्त हो गये थे तो राक्षसों को छूट मिल गयी कि अपनी कुत्सित नीतियों से कुछ ऐसा कर डालें कि जो लोग हमारे साथ आकर खड़े हुए हैं वे चले जाएं और इसी साजिश के तहत राक्षसों ने आदरणीय वकील साहब रणधीर सिंह सुमन जी से किसी संजय कटारनवरे नाम छद्मपरिचय वाले धूर्त को उलझा दिया है। हम इस दुष्ट को भड़ास के मंच पर आकर ललकार रहे हैं कि अब सामने आए और जरा विचार-विमर्श करे।
आदरणीय वकील साहब कदाचित इन धूर्त राक्षसों की चालों को हलके से ले रहे थे इसलिये इनसे विवाद न करते हुए उत्तर देने लगे कि उन्हें हार्ट अटैक लापरवाही के कारण हुआ था लेकिन अब हम बताते हैं कि सत्य क्या है। इस विमर्श में आदरणीय़ वकील साहब ध्यान दें तो सौभाग्य रहेगा हमारा। आदरणीय पहले से ही बीमार थे और उन्हें मधुमेह की बीमारी थी लेकिन इस बात की पुष्टि तो हमारे पूज्य गुरुवर्यसम भड़ास के संचालक और स्वयं के उच्चकोटि के चिकित्सा विद्वान डा.रूपेश श्रीवास्तव जी बता सकते हैं कि क्या मधुमेह का दिल के दौरे से कोई भी सीधा संबंध है या नहीं? यदि आप को अत्यंत उच्च मधुमेह है तो आपको मोतियाबिन्दु हो सकता है साथ ही पैरों में आसानी से न भरने वाले जख्म हो सकते हैं, बहुत अधिक रक्त शर्करा होने पर आपको कोमा तक की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है लेकिन क्या कहीं रक्त शर्करा की अधिकता का दिल के दौरे से सीधा संबंध नहीं लिखा देखा है। अब आगे की बात ये है कि शरीर में एक बीमारी पहले से है जैसा कि इन असुरों ने वकील साहब के आसपास मौजूद अपने असुर दूतों से जान लिया। इसके बाद आधार बना कर आदरणीय का चित्र लेकर उस पर कालाजादू करा होगा जिससे कि आदरणीय की शारीरिक स्थिति बिगड़ने लगी। अब यदि कोई माई का लाल ये दावा करे कि साइंस में ये सारी बाते बकवास हैं इनका अस्तित्त्व नहीं है तो एक बात डा.रूपेश श्रीवास्तव जी ने लिखी थी कि कानून में भी औकल्ट प्रेक्टिस यानि कि पैशाचिक अभ्यास पर रोक लगायी गयी है यानि कि कानून के निर्माता इस सत्य से वाकिफ़ थे कि इन विषयों का वजूद है अन्यथा जो है ही नहीं उस पर प्रतिबंध कैसा??
आदरणीय़ ने भी बताया कि उनके जिन परिचित राक्षसों से उन्होंने बात करी तो वे दुष्ट मिलावट की बातों को अत्यंत ढीठता से स्वीकारते हैं। इन राक्षसों ने पूरी योजना के अंतर्गत ये पता करा होगा कि आदरणीय़ के घर में किराने का सामान किन दुकानों से जाता है उन दुकानों पर होलसेल की सप्लाई कौन देता है। अब आदरणीय ज्यादा से ज्यादा अपनी सुरक्षा और सेहत के लिये क्या करेंगे यही न कि सीधे असुरों की दुकान से सामान नहीं लेंगे लेकिन ऐसे में उनके पास कोई विकल्प नहीं रह जाता कि अन्य दुकानों पर होलसेल की सप्लाई पर भी यही राक्षस अपना जहरीला फन फैलाए बैठे हैं। खाने पीने की अभिमंत्रित सामग्री आदरणीय के घर पहुंचाई गई होगी और उसका सीधा असर दिखा जिसे चिकित्सा शास्त्र के जानकार समझ ही न सके और लगे दिल के दौरे के उपचार में जूझने पेसमेकर लगा दिया। आप जानते होंगे कि मिलावट करने वालों के बारे में बाबा रामदेव ने कहा है कि इस तरह के लोगों को मौत की सजा देनी चाहिये।
आदरणीय आप चिंतित न हों अब हम इस विवाद को विमर्श से निपटाएंगे कि कौन क्या है????
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
आ गए आप लोग.... इतने समय से किधर थे देश और देशवासी असुरों से घिर कर असुरक्षित हो गये थे अब थोड़ी शान्ति मिली आपके आने से। ये डा.रूपेश श्रीवास्तव जादू टोने की भी जानकारी रखते हैं क्या? अब पता चला... सोचती हूं कि कुछ लोगों को मूठ मरवा कर मार दूं, लिस्ट में दाउद इब्राहिम,ओसामा बिन लादेन जैसे लोग हैं।
खर्चा कितना आएगा:)
जय जय भड़ास
nice
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