ठाकरे ने कही शकीरा ने मानी, भड़ासी कहें इहै "बुद्धि"मानी
गुरुवार, 15 जुलाई 2010
महाराष्ट्र के कामेडियन विलेन राजनेता बाल ठाकरे के पास जाति धर्म भाषा क्षेत्र के मुद्दे चूहों की तरह पले हैं जिन्हे वो अक्सर राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बनाने के लिये छोड़ता रहता है। इस खूसट का हालिया शोशा है कि रेडियो के एफ.एम.चैनल मराठी में गाने बजाएं। इस परम छिछोरेस्ट चिरकुट को कोई क्यों नहीं समझाता कि शिवसेना एक बार मुंबई में हिन्दी फ़िल्में बनाने के विरोध में तो आंदोलन छेड़ कर देखे औकात समझ में आ जाएगी। ढक्कन कहीं का..... क्यों नहीं प्रतिबंध की घोषणा करता कि मुंबई में सिर्फ़ मराठी फिल्में ही बनेंगी। अभी हाल ही में चूतड़ मटकाऊ नचनिया शकीरा बाई ने एक गाना गाया है जिसे कि खासी लोकप्रियता हासिल हुई है(पता नहीं क्यों जबकि समझ में तो आता नहीं है शायद "हिप्स डोन्ट लाई"{इसकी हिंदी क्या है ये तो आप जानते ही होंगे} जैसा कुछ कल्पना कर करके खुश हो रहे होंगे)। शकीरा बाई ने जो गाना गाया है वह बाल ठाकरे को पसंद आया होगा क्योंकि उसके बोल तो मराठी में हैं..... वाका वाका......। नही समझे अरे भाई ये शुद्ध मराठी भाषा के शब्द हैं और इससे शकीरा बाई मराठी में सबको संदेश दे रही है कि " झुकिये झुकिये....., मराठी में वाका का अर्थ है झुकिये। शकीरा बाई बुड्ढे ठाकरे का संदेश पूरी दुनिया को दे रही है कि झुकिये इनके आगे ताकि ये आपकी "मुंडी नीचे कुंडी ऊपर" की मुद्रा में आपको लतिया सकें। शकीरा बाई ने बुढऊ ठाकरे की बात को मराठी गाने के द्वारा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध कर दिया, ठाकरे खुश हुआ। बुड्ढे के अनुसार शकीरा बाई मराठी गाने गाती है और बेली डान्स न करके लावणी नाचती है इसलिये अब जैसे ये माइकल जैक्सन को बुला कर लपर लपर कर रहा था अब बाई जी को बुलाएगा और शिवसेना वाले भी शकीरा बाई के साथ चूतड़ मटकाऊ नाच करेंगे।
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
गुरुदेव,
दोनों प्राणी मनोरंजक हैं,
मनोरंजन ना करवाएं तो दोनों ही विलुप्त ना हो जाएँ ये भी तो समानता है.वैसे चुतड मटकाऊ में तो दोनों ही अति माहिर हैं.
जय जय भड़ास
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