संसद में जो चल रहा है उसे सामने जरूर लाएंगे
सोमवार, 6 सितंबर 2010
जिनमें साहस नहीं है कि सामने आकर अपनी बात सामने रख सकें भले ही बात कड़ी हो कड़वी हो आरोप हो, भड़ास पर कभी भी इस विचार को विमर्श से नहीं रोका। बेनामी लोगों ने अपनी बात सामने रखना शुरू कर दिया है। हमारी मजबूरी है कि हम इस कमेंट्स को प्रकाशित नहीं कर पाते हैं। बेनामियों की कमजोरी के प्रति दया का भाव रखते हुए उनके कमेंट को इस तरह प्रकाशित कर रहे हैं। आप हमें जितना चाहे गालियाँ दो लेकिन आप यदि हमारी माँ-बहन आदि को गाली देंगे तो हम तो वैसे भी घोषित बुरे लोग हैं आपकी बैंड बजाने में और चड्ढी उतार कर नंगा दौड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। ब्लॉग संसद के गलियारे के बाहर खड़े हम आम ब्लॉगर गाली खाएंगे लेकिन संसद में जो चल रहा है उसे सामने जरूर लाएंगे।
जय जय भड़ास
5 टिप्पणियाँ:
जनाब बात क्या है ज़रा विस्तार से बताएं ,आपने जिस कमेन्ट का स्क्रीनशोट यहाँ पर दिखाया है वैसा कोई कमेन्ट मुझे ब्लॉग संसद पर नहीं आया है ,ये कमेन्ट जहाँ पर किया गया है ज़रा वहाँ का लिंक send करें ,ताकि पता चल सके की आखिर बात क्या है
आत्मन महक, ये कमेंट ब्लॉग संसद में नहीं आया है। आप जरा ध्यान से देखें तो पाएंगे कि ये डैशबोर्ड का टिप्पणी मॉडरेशन बॉक्स है। ब्लॉग संसद के इस बॉक्स में मैं तकनीकी तौर पर नहीं जा सकता। ये भड़ास का बॉक्स है जिधर पिछली पोस्ट(चित्रों की जुबानी) के एवज में मेरी माताजी के बारे में गाली दी जा रही है।
थोड़ा सजग रहें
जय जय भड़ास
ब्लॉगरों की संसद में पहुंचे हुए एम.पी. किन वोटरों ने चुने हैं या स्वयंभू सांसद हैं जबरन संसद में घुसे हैं। क्या संसद के बाहर के सामान्य ब्लॉगरों से इनका राब्ता है??क्या सांसदों के अलावा अन्य पदाधिकारी भी हैं??
जय जय भड़ास
संसद के अध्यक्ष का ही चश्मे का नंबर गड़बड़ा गया है जो ये दिख रहा है कि भड़ासी इनके डैशबोर्ड में घुस गए हैं।
जय जय भड़ास
आपा,
वैसे ही सांसद हैं जैसे सांसद हमारे चुने हुए चूतिये नेता हैं, सब के सब स्वम्भू दलाल और ठेकेदार बौद्धिक बन्ने की राह पर चाहे इसके लिए दलाली की किसी सीमा पर जाना हो.
जय जय भड़ास
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