गला दबा देने से श्वांस नली के कैंसर से कराहने वाला मरीज़ तो ठीक हो नहीं जाएगा
गुरुवार, 23 सितंबर 2010
हमारी केन्द्र सरकार ने एक अत्यंत बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय लिया है ऐसा उन्हें लगता है। एस.एम.एस. भेजने वाली वेबसाइट्स पर सरकार ने रात एक बजे से प्रतिबंध लगा दिया है। अब सोचने वाली बात ये है कि क्या एस.एम.एस. भेजने वाली वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा देने से या फिर मीडिया के भोंपुओं पर रोक लगाने से मसला खत्म हो जाएगा? मोबाइल तो चालू हैं साथ ही क्या गला दबा देने से श्वांस नली के कैंसर से कराहने वाला मरीज़ तो ठीक हो नहीं जाएगा। सरकार समस्या नहीं सुलझाती है बल्कि समस्याओं की चर्चा को रोकती है , ये सचमुच की बुद्धिमत्ता है क्योंकि ये एक बौद्धिक निर्णय है। चाहे अयोध्या हो या नक्सलबाड़ी ऐसा ही चलने दो भाई हमारे देश की सरकार है।
सरदार है असरदार है सरकार है असरकार है....
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
SARDAR HAI ASARDAR HAI
SARKAR HAI ASARKAR HAI....
वाह मनोज जी,
क्या खूब कही,
सरदारों का असरदार.....
जय जय भड़ास
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