क्या ये टिप्पणियाँ अरविन्द मिश्रा जी ने बेनामी रह कर करी हैं???
बुधवार, 8 सितंबर 2010
अरविन्द मिश्रा जी ने सारे घटना क्रम में भड़ासियों के प्रति कटु शब्द प्रयोग करने के लिये बिना शर्त माफ़ी मांग ली लेकिन उसके बाद भी बुरे, गंवार,लंठ,ठस बुद्धि, जाहिल, बेहूदा किस्म के लोग, दुष्ट भड़ासियों का मन नहीं भरा तो एक पोस्ट उनकी बातों को लेकर चित्र बना कर कर ही दी। लेकिन इसके चलते जो हुआ वो आप सब दुष्टों(ये मैं अरविन्द मिश्रा जी की ही तरह प्यार से कह रहा हूँ वैसे तो भड़ासी बड़े भोले? हैं) के साम
बेनामी ने खुद के बारे में बताया है जो अरविन्द मिश्रा जी के परिचय से मिलता है
ने रख रहा हूँ कि कितने सारे बेनामी कमेंट इस पोस्ट पर आए हैं जिन्हें मैं प्रकाशित कर रहा हूँ। चूंकि भड़ास दर्शन के अनुसार अनाम, बेनाम, गुमनाम किस्म के प्राणियों को भड़ास पर सीधे कमेंट करने का अधिकार नहीं है इसलिये उनके कमेंट प्रकाशित नहीं करे जा रहे हैं लेकिन बेचारे ऐसे लोग जिनका माँ बाप ने नाम ही न रखा हो तो वो तो बेनामी कमेंट ही करेंगे ऐसा हम कुंदबुद्धि मानते हैं, इस भड़ासी करुणावश इन कमेंट्स को प्रकाशित कर रहा हूँ ताकि बेचारे बिना नाम वाले बंदे के दिल में कसक न रह जाए कि भड़ास पर उसका स्वागत नहीं हुआ। लेकिन प्यारे बच्चे अगली बार भड़ास पर आना तो अपने नाम के साथ आना, ठीक है न वरना भड़ासी काका और मामूजान गुस्सा गुस्सा खेलेंगे।जय जय भड़ास
5 टिप्पणियाँ:
डॉ रुपेश श्रीवास्तव जी मुझे बेनामी टिप्पणी करनी नहीं आती -विश्वास कीजिये -तकनीक में बहुत कच्चा हूँ -आप खुद भी जानते होंगें यह टिप्पणियाँ किसकी हैं !
आत्मन मिश्रा जी
मुझे ऐसी कोई त्रिकालदृष्टि का आशीर्वाद नहीं है कि मैं बेनामी कमेंट करने वाले को जान सकूँ वरना लोग जानते हैं कि मैं भड़ासियों की माँ बहन को गालियाँ देने वाले को ऑफ़लाइन कैसे घसीट घसीट कर लतियाता। भड़ासी एकदम जाहिल हैं जो अपने मामले इसी पैटर्न पर निपटा लेना सहज समझते हैं
जय जय भड़ास
अरविंद मिश्रा जी तकनीक में कच्चे हैं बाकी सारी बातों में तो एकदम पक्के हैं इनके कारनामें और लेखन की तो धूम मची हुई है। बड़ी रंगीली सी पोस्ट लिखा करते हैं जो कि सीने और कमर से लेकर दिल दिमाग के आसपास के हारमोन,जीन्स,डी.एन.ए. आदि की बातों के ताने बाने में रहती हैं ये महान हैं।
जय जय भड़ास
क्या बात हैं,
साइंस ब्लोग्गर असोसिअशन और तकनिकी में कच्चा, विज्ञान के जगह पर कुतर्क और गालियाँ और सुवचन.
भाई अरविन्द जी आप किस टाइप के प्राणी हैं ये तो स्पष्ट करें
बाकी उत्तर गुरुदेव ने दे हिदिया है.
और हाँ विज्ञान के साथ साथ सारिक विज्ञान का आपका मिलन अद्भुत है ;-)
जय जय भड़ास
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