आखिर मे संजय ने खुद को गधा मानते हुएअपना फोटो पर्काशित कर ही दिया और अपना गधा पण भी दिखा दिया
गुरुवार, 28 अप्रैल 2011
हे परम परतापी गधेश्वर महाराज श्रीमान दन्त दिखाऊ वाहिनी महा मुर्ख पदनाम धारी संजय कटेहुए आखिर कर आप अपने भक्तो गधा हित्कारनी के पगलाए हुए ,बोराए हुए मूर्खाधिराज स्वामी अनूप चु ...या के साथ अपनी तस्वीर के साथ प्रकट हुए
धन्य भाग हमारे जो आप अपनी अपनी दिखावी बातों के साथ पधारे , और साथ मे दुहाई देने लगे हमारे सविधान की , गोया की इस देश मे सिर्फ आप और आप के भक्त अनूप ही रहते है और आप को हीब इस देश के बारे मे चिंता है ,
धन्य भाग हमारे जो आप अपनी अपनी दिखावी बातों के साथ पधारे , और साथ मे दुहाई देने लगे हमारे सविधान की , गोया की इस देश मे सिर्फ आप और आप के भक्त अनूप ही रहते है और आप को हीब इस देश के बारे मे चिंता है ,
अब बोखला कर यहाँ वहा से कुछ न कुछ उल्टा सीधा ढूढ़ कर ,अपनी खिचड़ी पका रहे हो ,
6 टिप्पणियाँ:
हा हा हा.
यकीनन अब तो भड़ास के पन्नों पर आप लोगों की इस बहस के चलते भड़ास के प्रिय पशु की इतनी तस्वीरें हो गयी हैं कि बाकी हिंदी के ब्लागरों को लगने लगा होगा ये ब्लाग गधों द्वारा ही चलाया जा रहा है और इस पर सदस्य भी गधे ही हैं।
आप चू...या मत लिखिये पूरा शब्द लिखिये इससे आपकी शान में कोई कमी नहीं आएगी कि आपने किसी को चूतिया कह दिया ;)भड़ास पर तो ये भदेसपन देसज भाषा के साथ व्यक्त करा जा सकता है।
जय जय भड़ास
कुछ दिन के लिये बाहर थी और नेट से नहीं जुड़ सकी वापिस आकर देखा तो भड़ास पर कार्टून युद्ध छिड़ा हुआ है।
बापू सही कह रहे हैं काफ़ी गधे दिखने लगे हैं :)
जय जय भड़ास
ha ha ha ha
wah kya rooprekha khichi hai sanjay janab ki
maja aa gaya
lage raho amit bhai
bhadash par jab se aap ko padh raha hu ,aap ke is jokky jookky andaj ka kayal ho gaya hu
अमित आप संजय कटारनवरे को बचकाने अंदाज में चिढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ये बंदा पहुंचा हुआ है। आप लाख उकसाओ ये बजा कर ही मानेगा इसने nice की बुखार की गोली बांटने वाले रणधीर सिंह सुमन को जिस तरह दौड़ाया है उससे तुम्हें भी खतरा है क्योंकि रणधीर सिंह सुमन भी "श्रम" के प्राधान्य की बात करने वाले कम्युनिस्ट हैं और आप भी "श्रमण" परम्परा से उपजे ’धर्म’ से जुड़े हैं ;)
मजे की बात तो ये है कि जब अनूप मंडल के लोग जैनों के खिलाफ़ लिखते हैं तो वकील बाबू उस समय भी nice लिखने से पीछे नहीं हटते थे। सोच लीजिये...
जय जय भड़ास
dinbandhu tum to essa lag raha hai ki sanjay ke pichlaggu ho , are vo kitna bhi pahucha hua ho , utt ko apni uchai par bada gamand hota hai par pahad ke samne usay apni aukat malum ho jati hai ,iss sanjay ko bhi apni aukaat ka pata chal jayega
deenbandhu kya tum PICHDA VARG se aate hoo?
मैं राक्षसी रक्तपिपासु पिशाचिनी हूं
दीनबंधु के लतियाने से घबरा गयी हूं
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