प्रवीण शाह और अमित जैन मुद्दे को भटका कर खुश हो रहे हैं कि चलो काले जादू की बात खत्म हुई

मंगलवार, 10 मई 2011

डॉ।रूपेश श्रीवास्तव जी ने जब अमित जैन द्वारा संजय कटारनवरे की माताजी के बारे में बेहूदा तरीके उनकी पैदाइश के बारे में इंटरव्यू लेने की बात पर आपत्ति करी तो तुरंत इस कुटिल ने अपना पैतरा दिखाया कि अनूप मंडल ने भी तो लिखा था कि ये अपनी पत्नी के साथ गलबहियों में व्यस्त है जबकि इसने खुद ही अपनी पत्नी के साथ गलबहियां डाल कर फोटो अपने प्रोफ़ाइल पर लगा रखी थी अब बार बार कहने पर भी कि उस फोटो को दिखाओ कि अनूप मंडल ने क्या गलत लिखा था तो डॉ।साहब के साथ ही सबको भाड़ में जाने की बात लिख रहा है।
इसे लगता है कि इस मुद्दे को तूल देकर यह और वकील बना प्रवीण शाह जो कि बड़ा तार्किक है काले जादू के विचार विमर्श से भटका लेंगे। प्रवीण शाह क्यों नहीं अमित को कहता कि अपनी पत्नी के साथ वाली वह फोटो प्रकाशित करके चर्चा करवा लो ताकि अनूप मंडल के लोगों से नाक रगड़वा कर माफ़ी मंगवाई जा सके?प्रवीण शाह तो त्रिकालदर्शी भी है वो तो ये भी जानने का दावा कर रहा था कि संजय कटारनवरे की आड़ में कोई दूसरा है तो जरा वैसे ही ये भेद भी खोले न जैसे कि मुझे जबरन अनूप मंडल का भाविक होने का दावा करा है इसने। यदि मैं अनूप मंडल का भाविक हूं इसके अनुसार तो इसकी हरकतों और सोच से तो मुझे भी ये अनूप मंडल वाला "जैन" ही लगता है प्रवीण शाह तुम जैन हो।
जय जय भड़ास

1 टिप्पणियाँ:

sanjay ने कहा…

मुनेन्द्र सोनी जी आप तो पहले ही अनूप मंडल के भाविक प्रवीण शाह द्वारा घोषित कर दिये गए फिर सारा भड़ास अनूप मंडल के कब्जे में है ये इसने लिखा अब आगे देखिये क्या क्या लिखता है;)
ये सिर्फ़ मुद्दे से हटाने का खेल है यार ये हम सब समझ रहे हैं
जय जय भड़ास

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP