अमित जी आप जो कर रहे हैं भड़ास के संचालक उस कुटिलता के खेल को भली प्रकार समझते हैं
मंगलवार, 10 मई 2011
अब मैं क्या इसे ये समझ लूं कि तुम ये बाकायदा योजनाबद्ध तरीके से कर रहे हो कि संचालकों पर आरोप लगा सको तो ये प्रयास बचकाना है अमित भाई भड़ास पर तो ऐसा न जाने कितनी बार करने की कोशिश करी जा चुकी है कि संचालकों को दोषी ठहराया जा सके और भड़ास की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर आरोप थोपा जा सके। कुछ कहीं नहीं गायब हुआ है इसी लिये ई-मेल का प्रावधान रखा गया है जिससे तुम बचने की कवायद कर रहे हो अभी आगे की पोस्ट में संचालकों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए भड़ास से सदस्यता समाप्त करने की बात करोगे। ये तो पहले भी कई लोग कर चुके हैं। लेकिन तुमसे ये उम्मीद नहीं थी लेकिन होता है भाई.....
जय जय भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
न अब तक इसने अपनी पत्नी के साथ गलबहियां डाले हुए प्रोफ़ाइल चित्र को प्रकाशित करा है जिसे देखे बिना प्रवीण शाह फ़ुटुर-फ़ुटुर कर रहा है और न ही ये अब अनूप मंडल के कमेंट का स्क्रीन शाट प्रकाशित करेगा न ही ये बताएगा कि वो कमेंट किस पोस्ट पर आया था अनूप मंडल की तरफ़ से?
जय जय भड़ास
संजय कटे हुए हम ने सब कुछ दोबारा भडास पर डाल दिया है
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