सारे तंत्र मन्त्र विषय से भटके हुए प्राणियों आपस में लड़ने की बजाय यहाँ एक मंच पर आ जाओ
शनिवार, 18 जून 2011
सारे तंत्र मन्त्र विषय से भटके हुए प्राणियों आपस में लड़ने की बजाय यहाँ एक मंच पर आ जाओ , यदि आप सभी इस विषय को सार्थक रूप देना चाहते तो हम सभी को एक ही समय पर एक साथ बैठना होगा ,कैसे हम सब मिल सकते है वो मै उगली पोस्ट में बताउगा ,यदि आप सभी इस बात के लिए तैयार है तो यहाँ टिपण्णी में बताये वरना आगे से ये रोना छोड दे की उन्हें भटका दिया है आप मुझसे इस मोबाइल नंबर पर 09968563971 पर संपर्क कर सकते है
2 टिप्पणियाँ:
भाई,मंच तो एक ही है और सभी भड़ासी भटके-अटके किस्म के ही प्राणी हैं कभी तंत्र-मंत्र, कभी कुछ और...
मंच एक है लेकिन समय एक हो पाना मुश्किल है विषय को एक पोस्ट में समेट पाने का आग्रह तो प्रवीण शाह भी करते रहे हैं जो कि संभव नहीं है। आप अपने विचार रखते रहिये जिसे अपने विचार रखने हैं वो रखता रहेगा कभी न कभी तो नतीजा निकल आएगा कि क्या मामला है?
जय जय भड़ास
बहन मै भी तो ये चाहता हू की इस विषय पर हम सभी आपस मे बात चीत कर के . अपने सुझाव दे कर इस विषय को किसी सार्थक रूप मे ले आये , लेकिन लगता है की ,इस विषय यानि तंत्र मन्त्र पर सबसे ज्यादा शोर मचाने वाले अनूप मंडल , संजय ,और एक दो और भाडासियो को इस मामले को सुलझाने मे कोई दिलचस्पी नहीं है , वरना ये यहाँ अपनी सहमति जरुर देते , या मुझसे संपर्क कर के जरुर जानना चाहते की हम सभी एक समय पर, एक जगह कैसे मिल सकते है ?
मैंने तो बिलकुल सीधे ही कहा है की जो भी बात जो भाई इस विषय मे जो मानता है उस पर ही चर्चा करे न की इधर उधर की बातों की , पर देखते है की इस पहल का क्या नतीजा निकलता है
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