कुछ दिन तक प्रवीण जैन(शाह) चुप्पी साधे रहेगा
शनिवार, 18 जून 2011
कुछ दिन तक प्रवीण जैन(शाह) चुप्पी साधे रहेगा। ये इनकी नीति है कि विषय से भटका कर कुछ दिन के लिये चुप्पी साध लो ताकि लोग मूल विषय को भूल जाएं। आपने देखा कि जब आदरणीय डा.रूपेश जी ने सवाल उठाए तो इसने बड़ी कुटिलता से उत्तर दिए लेकिन आधे सवाल खा गया और जब इसके उत्तरों पर विमर्श करा गया तो इसने अमित जैन को सामने लाकर कभी उसकी पत्नी की बात से कभी उसके माफ़ीनामे को लेकर उलझाए रहता है जबकि मूल विषय स्वर्गीय माताजी की हत्या की थी जो कि इन लोगों ने पीछे धकेल दी है। अमित जैन ने जो गलीज़ बातें लिखी हैं उन पर ये चुप्पी साधे रहेगा। मनीषा दीदी जी ने इसकी जो पोल खोली उस पर भी ये चुप्पी साधे रहा।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
6 टिप्पणियाँ:
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... :)
लो चुप्पी तोड़ दी मैंने मित्र अनूप...
...
;)
me too...
सारे तंत्र मन्त्र विषय से भटके हुए प्राणियों आपस में लड़ने की बजाय यहाँ एक मंच पर आ जाओ , यदि आप सभी इस विषय को सार्थक रूप देना चाहते तो हम सभी को एक ही समय पर एक साथ बैठना होगा ,कैसे हम सब मिल सकते है वो मै उगली पोस्ट में बताउगा ,यदि आप सभी इस बात के लिए तैयार है तो यहाँ टिपण्णी में बताये वरना आगे से ये रोना छोड दे की उन्हें भटका दिया है आप मुझसे इस मोबाइल नंबर पर 09968563971 पर संपर्क कर सकते है
सारे तंत्र मन्त्र विषय से भटके हुए प्राणियों आपस में लड़ने की बजाय यहाँ एक मंच पर आ जाओ , यदि आप सभी इस विषय को सार्थक रूप देना चाहते तो हम सभी को एक ही समय पर एक साथ बैठना होगा ,कैसे हम सब मिल सकते है वो मै उगली पोस्ट में बताउगा ,यदि आप सभी इस बात के लिए तैयार है तो यहाँ टिपण्णी में बताये वरना आगे से ये रोना छोड दे की उन्हें भटका दिया है आप मुझसे इस मोबाइल नंबर पर 09968563971 पर संपर्क कर सकते है
अब न मेरी चुप ,
न तेरी चुप ,
जो रहेगा अब चुप ,
वो रहेगा हमेशा चुप ,
इसलिए चुपचाप इस विचार विमर्श मे भाग ले लो ,
नहीं तो चुपचाप खिसक जाओ.......:)
अवश्य...
हम तो हमेशा से यही चाहते थे कि तर्क की बात करने वाला भी मैदान में आ जाए।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
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