मेरा बड़प्पन नहीं अमित जैन साहब मेरा भड़ासपन मेरे पास ही रहेगा
बुधवार, 6 जुलाई 2011
अमित जैन साहब कुछ बातें.......
अ) भड़ास के संचालक ने किसी को प्रभावित करने के लिये अपनी किताबी गधेपन से भरी शिक्षा का प्रदर्शन नहीं करा है बल्कि साफ़ शब्दों में अपना चूतियापा जताया है BLAH...BLAH...
ब) मेरी किताबी डिग्रियों से क्या किसी भी बात को मैंने दबाव बनाने के लिये प्रयोग नहीं करा है आप अकारण परेशान हो रहे हैं।
स) आपको मेरी आवाज़ मधुर लगी इसके लिये हार्दिक धन्यवाद वरना मेरी आवाज़ फोन पर सुनते ही कुछ लोगों की तो नींदें हराम हो जाती हैं। एक बार दोबारा आभार।
द) प्रवीण शाह जी को तो मुंबई आने-जाने का खर्च, फ़ीस आदि दे ही रहा हूं लगे हाथ आप भी आने का समय निकाल लीजिये ताकि आप दोनो द्वारा मेरे उन वीडियोज़ के परीक्षण की पद्धति मैं भी सीख सकूं।
च) सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण बात कि आप जैन धर्म के मुख्य गुण "क्षमा" को भूल कर अनूप मंडल के साथ गालीबाजी कर रहे हैं और प्रवीण शाह साहब मुझे गालीबाज ठहरा चुके हैं। ऐसा मत करिये उनका करा उनके साथ है आप क्यों शालीनता छोड़ रहे हैं?यदि वो आपको राक्षस कहते हैं तो आप भी उन्हें राक्षस कहिए न कि "नाजायज़ औलाद या हरामी"। अब आप ये तो नहीं कहेंगे कि मैं पक्ष ले रहा हुं।
छ) क्या किसी ने भी आपको या प्रवीण शाह जी को आज तक इस बात के लिये बाध्य करा है कि आप मेरी बात मान कर या वीडियो देख कर किसी भी तथ्य पर विश्वास करने लगें???????
ज) आपकी पत्नी की तस्वीर के संबंध में पहले ही कह चुका हूं कि वह अश्लील है ही नहीं पर क्या आपको लगती है जो इतना घबरा रहे हैं अब?
झ) अपने ब्लागर प्रोफ़ाइल की सेटिंग में बदलाव लाकर मुझे और भाई रजनीश झा को किसी भी तरह मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है। आयशा ने जो भी कहा है उसे मैं विस्तारित कर देता हूं कि यदि किसी ने अपने प्रोफ़ाइल में अपना नाम अमित जैन कर दिया है तो इस समय इक्यानबे सदस्यों में दो अमित होंगे साथ ही एक बात जो कि आप बेकार में ही सच साबित करने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं कि वह पोस्ट आपने नहीं लिखी तो मान लीजिए कि गलती कर दी है आपने जो अब सुधार नहीं पा रहे हैं। कोई भी सयाना सिर नाम बदल सकता है ब्लागर प्रोफ़ाइल का क्रमांक तो चाहे उसके पुरखे भी नहीं बदल सकते ये ध्यान दीजियेगा। प्रवीण शाह ने अपना नाम शैतान लिख कर मुझसे बचकाना खेल खेला था लेकिन मनीषा दीदी ने पहले ही उनकी "शैतानियत" का खुलासा कर दिया पर वो बेचारे तो क्या मैं या कोई भी माई का लाल अपना प्रोफ़ाइल कमांक नहीं बदल सकता जिससे आप सीधे पकड़ में आ रहे हैं।
ट) सबसे बड़ी बात कि भड़ास के संचालकों को कोई बेवकूफ़ नहीं बना सकता वो रेडीमेड चूतिया है तभी तो भड़ास का संचालन कर रहे हैं, आप दोनो भी व्यर्थ कोशिश मत करिये।
जय जय भड़ास
3 टिप्पणियाँ:
आदरणीय डा.साहब आप इस बंदे से तर्क की बात कर रहे हैं जबकि हम सब खूब जान रहे हैं कि आप इस नीच को मौका देकर कुछ नहीं पाने वाले। ये आपका स्वभाव है कि आप इस नीच को साहब कह रहे हैं और ये है कि आएशा बहन को पागल और विकृत मानसिकता का बता रहा है। तर्क की बात आते ही इसकी शायरी और कार्टून बनने लगते हैं। ये इतना बड़ा धूर्त है कि आप इसको हजार मौके दें तो भी ये न सुधरेगा। अब इसका वकील मुंह में दही जमा कर बैठा है।
जय जय भड़ास
:)
:)
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