रॉल विन्सी उर्फ़ राहुल गाँधी अब काश्मीरियों को बेवकूफ़ बनाने में जुटा है
बुधवार, 28 सितंबर 2011
हमारे देश में विदेशियों को शासन सत्ता सौंप कर अपने-अपने कामों में जुट जाना एक प्राचीन परम्परा रही है। विदेशी आक्रान्ता आक्रमण करते हैं फिर खूब कस कर हमारे प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करके लूटते हैं जब मन भर जाता है तो अपने नाजायज़ वंशज छोड़ कर इस देश की सभ्यता को बहुरंगी, इंद्रधनुषी बना कर चले जाते हैं उसी का नतीजा है आज का हमारा देश।
जिस कांग्रेस की स्थापना एक अंग्रेज ने करी थी जिस पर हत्या का आरोप भी था उस कांग्रेस के वर्तमान महासचिव आजकल काश्मीर जाकर वहाँ छात्रों को बता रहा है कि वह भी उनमें से एक है उसका भी काश्मीर से जुड़ाव है और उसने भी आतंकवाद के चलते अपने परिवारियों को खोया है । बेचारे काश्मीरी छात्र इस कुटिल व्यक्ति की चिकनी-चुपड़ी बातों में आसानी से फंस जाएंगे । मैं कहता हूँ कि ये रॉल विन्सी कब से काश्मीरी हो गया और काश्मीरियों का भला चाहने लगा । इसको यदि इतनी फ़िक्र है काश्मीरियों की तो कभी जाकर काश्मीरी पंडितों से मिले जो अपने ही देश में दर बदर हो कर रह रहे हैं ।
अगर हम अभी भी बेखबर लापरवाह रहे तो ये इसी तरीके से हमें चूसते रहेंगे जोंक की तरह ।
1 टिप्पणियाँ:
इन्हें कोई बेवकूफ़ नहीं बना सकता ये सब के सब रेडीमेड हैं
जय जय भड़ास
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