मंगलवार, 20 सितंबर 2011
बहुत समय पहले मरने के बाद अगर नरक में जाना हो तो बड़ी समस्या थी क्योंकि हर देश का अपना अलग ही नरक था.
भारत से एक लाला जी मरने के बाद नरक में पहुंचा तो उसने सोचा कि पहले सारे देश के नरक को देख लिया जाए फिर फैसला करूँगा कि कौन से नरक में जाना है.
सबसे पहले वो अमेरिका के नरक में गया और पुछा " यहाँ पर रहने की क्या व्यवस्था है ?? "
जवाब मिला " पहले एक घंटे तक बिजली की कुर्सी पर बैठाते हैं और फिर एक घंटे तक कील लगी हुयी कुर्सी पर बैठाते हैं और उसके बाद अमेरिकी राक्षस आता है और २२ घंटे तक पिटाई करता है. "
लाला जी हर देश के नरक में जा जा कर वही सवाल पूछते रहे और सभी से लगभग वही जवाब मिला. तब जाकर वो भारत के नरक में पहुंचे. वहाँ पर अंदर जाने के लिए बहुत लंबी लाइन लगी हुयी थी. सभी देशो के लोग वहाँ अंदर जाने के लिए लाइन में लगे हुए थे.
लाला जी ने पुछा " यहाँ पर कैसे रखते हैं ?? "
जवाब आया " पहले एक घंटे तक बिजली की कुर्सी पर बैठाते हैं और फिर एक घंटे तक कील लगी हुयी कुर्सी पर बैठते हैं और उसके बाद भारतीय राक्षस आता है और २२ घंटे तक पिटाई करता है. "
लाला जी बोले " सबी जगह की तरह यहाँ पर भी वही सजा है फिर यहाँ जाने वालों की इतनी भीड़ क्यों ?? "
जवाब आया " ५०० निकालो अभी बताता हूँ "
लालाजी " ये लो ५०० और जल्दी बताओ "
जवाब आया " बिजली की कुर्सियां सारी की सारी बेकार हैं क्योंकि बिजली आती नहीं है और अगर आ भी जाए तो करंट कुर्सियों तक नहीं पहुँच पाता है क्योंकि वाइरिंग सब सड़ चुकी है. और कील वाली कुर्सियों की सारी कीलें चोरी हो चुकी हैं या कबाड़े में बेच दी गयी हैं. "
लालाजी " और वो भारतीय राक्षस ?? "
जवाब आया " वो तो पूर्व सरकारी अधिकारी है आता है और साइन मारकर कैंटीन में घुस जाता है..........."जल्दबाजी में बोल कर बाद में पछताने से अच्छा है कि नाप तोल कर संतुलित तरीके से बोला जाए.- 08-05-2011 05:55 PM #1073
Re: हंसी के फव्वारे
अफरीदीः "आज हम सचिन को सेँचुरी नही बनाने देँगे"
अकमलः "लेकिन हम उसे रोकेंगे कैसे वो तो फॉर्म मे है ???"
अफरीदीः "हम 90 रन पर ऑल आऊट हो जाएंगे....और क्या ?? "जल्दबाजी में बोल कर बाद में पछताने से अच्छा है कि नाप तोल कर संतुलित तरीके से बोला जाए. - 08-05-2011 05:58 PM #1074
Re: हंसी के फव्वारे
एक मछुआरा सुबह सुरज उगने से पहले ही समुन्द्र किनारे पहुँच गया. क्योंकि अभी सूरज निकला नहीं था और साथी मछुआरों के बिना समुन्द्र में नहीं जाया जा सकता था इसलिए वो टाइम पास करने के लिए कुछ इधर उधर ढूँढने लगा. तभी उसे एक थैली नजर आयी जिसमें काफी सारे पत्थर के टुकड़े थे. मछुआरे ने थैली उठा ली और एक एक करके पत्थर को समुन्द्र में फेंकने लगा. जब आखिरी पत्थर रह गया तभी सूरज भी निकल आया. मछुआरे ने सूरज की रौशनी में देखा कि उसके हाथ में जो आखिरी पत्थर था वो दरअसल एक हीरा था. मछुआरा अपनी किस्मत पर बैठ कर रोने लगा कि उसने अपने हाथों से हीरों से भरी थैली को पत्थर समझ कर समुन्द्र में फेंक दिया और उसकी किस्मत में हीरों की थैली की जगह सिर्फ एक हीरा ही रह गया.
इस कहानी से क्या शिक्षा मिली ????
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कभी भी इतनी सुबह नहीं जगना चाहिए.........जल्दबाजी में बोल कर बाद में पछताने से अच्छा है कि नाप तोल कर संतुलित तरीके से बोला जाए. - 08-05-2011 05:59 PM #1075
Re: हंसी के फव्वारे
एक डॉक्टर के घर फोन आया " अबे कहाँ पर है ?? इधर आजा. तीन हम हैं तू भी आजा तो मिलकर ताश खेलते हैं "
डॉक्टर " ठीक है, मैं अभी आता हूँ " ( फोन रखकर अपना कोट पहन लेता है )
डॉक्टर की बीवी " क्या हुआ कोई सीरियस केस है क्या ??? "
डॉक्टर " बहुत ज्यादा सीरियस केस है डार्लिंग. तीन डॉक्टर तो पहले से ही पहुंचे हुए हैं. "जल्दबाजी में बोल कर बाद में पछताने से अच्छा है कि नाप तोल कर संतुलित तरीके से बोला जाए. - 08-05-2011 06:57 PM #1076
Re: हंसी के फव्वारे
एक बुजुर्ग आदमी अखबार के दफ्तर में गया और बोला " मैं इतने दिन से आपके अखबार में विज्ञापन दे रहा हूँ फिर मुझे रिश्ते क्यों नहीं आ रहे हैं ?? "
अखबार का कर्मचारी " इसका जबाव आपकी ६५ साल की उम्र में छिपा हुआ है "
बुजुर्ग आदमी " क्या मतलब है आपका क्या इस उम्र में रिश्ते नहीं आ सकते ?? "
अखबार का कर्मचारी " इस उम्र में रिश्ते नहीं ....फ़रिश्ते आते हैं ...."जल्दबाजी में बोल कर बाद में पछताने से अच्छा है कि नाप तोल कर संतुलित तरीके से बोला जाए. - 10-05-2011 12:42 PM #1077
Re: हंसी के फव्वारे
टीचर (क्लास मे पढाते हुए), "बच्चो आयकर, बिक्रीकर, भूमिकर से मिलता झुलता कोइ और शब्द बताओ।"
निशु, "सर, एक नही तीन शब्द सुने, सुनील गावासकर, सचिन तैंदुलकर और दिलीप वेंगसरकर।" - 10-05-2011 12:43 PM #1078
Re: हंसी के फव्वारे
मनु,"डेडी, ज्यादा काबिल कौन है मैं या आप?"
डैडी, " मै, क्योकि मैं एक तो तुम्हारा बाप हुँ, दुसरे उम्र मे भी तुम से बडा हुँ और मेरा तजुर्बा भी तुम से ज्यादा है।"
मनु, "फ़िर तो आप जानते होगें कि अमेरिका की खोज किस ने की थी? "
डैडी, "कोलम्बस ने की थी"
मनु, "कोलम्बस के बाप ने क्यों नही की, उसका तजुर्बा तो कोलम्बस से कही ज्यादा होगी?" - 10-05-2011 12:44 PM #1079
Re: हंसी के फव्वारे
एक छोटा बच्चा दुसरे बच्चे से, अगर दिन को सूर्य न निकला तो क्या होगा?
दुसरे बच्चे ने जवाब दिया, "बिजली का बिल बढ जाएगा।"
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