उससे भारत को ही खरीदा ज़ा सकेगा, ये चोर अर्थशात्री भारत माता के किस काम के... १२१ करोड़ की आबादी का भारत देश लेकिन उसकी कीमत इन लुटेरे नेताओ और चोरो की वजह से क्या हो गयी है, जरा इसे पढ़े....
१-भारत में १२१ करोड़ लोग है और दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है, चीन में १३६ करोड़ लोग है परन्तु वहा विदेशी माल भारत जितनी आसानी से नहीं बेचने दिया जाता है.
२-भारत के लोग १२-१४ घंटे काम कर सकने क्षमता रखते है, लेकिन यह २० करोड़ विशुद्ध रूप से और ४० करोड़ आंशिक रूप से बेरोजगार है.
३-विदेशी कंपनिया भारत में २५,००,००० लाख करोड़ का सालाना का व्यापार करती है और सारा का सारा माल अपने देश में बनाकर भारत में बेचती और भारतीयों को बेरोजगार बनाती है.
४-विदेशी अपने सामान का दाम जब चाहे बढ़ाते और भारत के लोगो को लूटे ज़ा रहे है,
५-भारत में २०,००,००,००,००,००० करोड़ की भूसंपदा है जिसे खुले आम लुटा ज़ा रहा है और यहाँ पर लोग बेरोजगार है, विदेशी इसे कौड़ियो के भाव खरीद रहे है.
६-विदेशियों फायदा पहुचने के चक्कर में सरकार अपने भारत में रोजगार ही पैदा नहीं कर रही है
जबकि-
१-भारत में यदि इन सभी संसाधनों का पूर्ण उपयोग किया जाये तो २०२० तक ३० करोड़ नए रोजगार पैदा किया ज़ा सकते है,
२- सिर्फ सौर्य उर्जा से ही ४,००,००० मेगावाट बिजली बनाकर ५ करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा किये ज़ा सकते है और परमाणु बिजली कोई आवश्यता नहीं है जिसमे सरकार खराबो रुपये खर्च करके हमारी जिंदगी खतरे में डालना चाहती है जिससे विदेशी कंपनियों को फायदा होगा.
३-हमारी सरकार विदेशो में तेल खोज रही है जब की हमारे देश में जमीं फाड़कर अपने आप गैस निकल रही है उसका पता नहीं लगा रही जिससे की उर्जा पैदा की जासकती है.
४-हमारे देश के जमीं और समुद्र में तेल और गैस का बहुत भंडार है लेकिन उसे जनता से छुपाया जाता है और इसे विदेशी कंपनियों के हवाले किया जाता है.
सिर्फ यदि विदेशी कंपनियों का बहिस्कार कर दिया जाये तो उससे करीब १० करोड़ नए रोजगार भारत में पैदा हो जाये...
भगवान जाने इस देश की लुट का सिलसिला कब थमेगा???
जय भारत,
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