अरे महाठग कहने वाले देश संस्कृति के दलालों तुम 10 दिन स्वामी रामदेव जी की तरह जी कर दिखा दो ...
रविवार, 19 फ़रवरी 2012
महाठग अब गाली नहीं, गर्वान्वित करनेवाला विशेषण बन चुका है. महाठग का अर्थ है "ठगों को ठिकाने लगानेवाला महापुरुष"
भारत के अंतिम व्यक्ति को जीते हैं परम पूज्य स्वामी रामदेव जी ,
एक बार बाबा जी को बड़ी गोर से सुन रहा था तो देखा की बाबा जी ने एक बात कही की आचार्य चाणक्य ने कहा है देश का राजा ऐसा होना चाहिए जो अपने राज्य में अंतिम व्यक्ति को जीता हो ...
तभी उस देश का भला हो सकता है और वो देश उन्नति कर सकता है ....
लेकिन भारत में तो भ्रष्टाचार काला धन इतना बढ़ चूका है की महंगाई गरीबी बढती जा रही है और देश के राजाओं के विदेशों में काला धन बढ़ता जा रहा है ,लोग यहाँ भीख मांगने कर्जा लेने आत्मा हत्या करने पर मजबूर है , देश आतंकवादी हमलों से जूझ रहा है नकली नोट नक्सलवाद , बालात्कार ,भूख गरीबी कुपोषण बढ़ता जा रहा है पर हमारे राजाओं के कानो में जूँ तक नहीं रेंगती इसका असली कारण यही है की उनके साथ ऐसा कुछ नहीं होता , उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं , बलात्कार ,आतंकवादी हमले , मिलावटखोरी से बचते हैं फिर किस बात के राजा और प्रधानमंत्री एक दिन भारत के अंतिम व्यक्ति को जियें तभी इस देश की पीढ़ा को समझ पायेंगे और देश के लिए कुछ अच्छा कर पाएंगे , सामान शिक्षा व्यवस्था सामान चिकित्सा व्यवस्था क्यों नहीं है इस देश में एक व्यक्ति तक दवाई हस्पताल कुछ नहीं है और एक व्यक्ति को छींक भी आ जाये तो सेकड़ों डॉक्टर आ कर उसके सामने खड़े हो जाते हैं ?
बाबा रामदेव 16 से 18 घंटे देश के लिए कार्य करते हैं और रोजाना यही कार्य करते हैं हर पल अपने देश के लिए जीते है स्वामी रामदेव , सुबह योग प्राणायाम आयुर्वेद उपचार से सभी को आरोग्य देने की बात करते हैं और आरोग्य देते भी हैं उसके बाद देश में चल रही गलत नीतियाँ और भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ जन जागरण करते हैं दिन रात देश और देशवासियों की भलाई में एक कर के रख दिया है इस सन्यासी ने फिर भी कुछ तथाकथित लोग इन्हें महाठग कहते हैं ,
अरे महाठग कहने वाले देश संस्कृति के दलालों तुम 10 दिन स्वामी रामदेव जी की तरह जी कर दिखा दो ...तुम्हे पता चल जायेगा कौन ठग और कौन लुटेरा और कौन देश का असली मार्गदर्शक ...
एक बार बाबा जी को बड़ी गोर से सुन रहा था तो देखा की बाबा जी ने एक बात कही की आचार्य चाणक्य ने कहा है देश का राजा ऐसा होना चाहिए जो अपने राज्य में अंतिम व्यक्ति को जीता हो ...
तभी उस देश का भला हो सकता है और वो देश उन्नति कर सकता है ....
लेकिन भारत में तो भ्रष्टाचार काला धन इतना बढ़ चूका है की महंगाई गरीबी बढती जा रही है और देश के राजाओं के विदेशों में काला धन बढ़ता जा रहा है ,लोग यहाँ भीख मांगने कर्जा लेने आत्मा हत्या करने पर मजबूर है , देश आतंकवादी हमलों से जूझ रहा है नकली नोट नक्सलवाद , बालात्कार ,भूख गरीबी कुपोषण बढ़ता जा रहा है पर हमारे राजाओं के कानो में जूँ तक नहीं रेंगती इसका असली कारण यही है की उनके साथ ऐसा कुछ नहीं होता , उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं , बलात्कार ,आतंकवादी हमले , मिलावटखोरी से बचते हैं फिर किस बात के राजा और प्रधानमंत्री एक दिन भारत के अंतिम व्यक्ति को जियें तभी इस देश की पीढ़ा को समझ पायेंगे और देश के लिए कुछ अच्छा कर पाएंगे , सामान शिक्षा व्यवस्था सामान चिकित्सा व्यवस्था क्यों नहीं है इस देश में एक व्यक्ति तक दवाई हस्पताल कुछ नहीं है और एक व्यक्ति को छींक भी आ जाये तो सेकड़ों डॉक्टर आ कर उसके सामने खड़े हो जाते हैं ?
बाबा रामदेव 16 से 18 घंटे देश के लिए कार्य करते हैं और रोजाना यही कार्य करते हैं हर पल अपने देश के लिए जीते है स्वामी रामदेव , सुबह योग प्राणायाम आयुर्वेद उपचार से सभी को आरोग्य देने की बात करते हैं और आरोग्य देते भी हैं उसके बाद देश में चल रही गलत नीतियाँ और भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ जन जागरण करते हैं दिन रात देश और देशवासियों की भलाई में एक कर के रख दिया है इस सन्यासी ने फिर भी कुछ तथाकथित लोग इन्हें महाठग कहते हैं ,
अरे महाठग कहने वाले देश संस्कृति के दलालों तुम 10 दिन स्वामी रामदेव जी की तरह जी कर दिखा दो ...तुम्हे पता चल जायेगा कौन ठग और कौन लुटेरा और कौन देश का असली मार्गदर्शक ...
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धन्यवाद एवं हार्दिक शुभेच्छा,
राकेश चन्द्र
प्रकृति आरोग्य केंद्र
सेंद्रिय, आयुर्वेदिक, वनस्पतीय, प्राकृतिक और स्वदेशी वस्तुओं का वैशेषिक विक्रय केंद्र
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