अब हम वही करेंगे जो बाबाजी डा.स्वामी के साथ मिलकर जो तय करेंगे. अब अन्ना जी के साथ नहीं जाना है, क्योकि उनका भरोसा मन को पता नहीं क्यों नहो हो रहा है, वे जब जब बाबा जी की ताकत बढ़ते देखते हैं अपना कोई न कोई प्रोग्राम बनाकर बाबा जी को हलका दिखने की कोशिश करते है, मुझे पता नहीं क्यों इनके हर कार्य में कांग्रेस का बिम्ब दिखता है, कांग्रेस भी लोगो को उलझाकर रखती है, दोस्तों आप सब मार्ग दर्शन करे की क्या मैं गलत सोचे जा रहा हू.???? बाबाजी के वृहत राष्ट्रवादी कार्यक्रम के टक्कर में ये एक ऐसा लफडा मिडिया की चमक में ले आते है की बाबाजी टीवी स्क्रीन से मिडिया द्वारा गायब कर दिए जाते है,,, जरुर यह उतनी सीधी कतई नहीं है--जितनी मैं समझ रहा हु... मेरा संशय दूर किया जाये... बाबाजी के कहने से हमने अपनी पुरी टीम के साथ अन्नाजी के आन्दोलनों में भाग लिया-- अब हिम्मत नहीं होती--माने ऊर्जा बाबाजी के लिए संगृहीत किये जा रहा हू...
जय भारत
संजय कुमार मौर्य
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