जाने वाले कहीं नहीं जाते हमारे दिलों मे बस जाते हैं कोशिशें लाख करो फिर भी बहुत याद आते हैं

मंगलवार, 15 मई 2012

एक आदमी था सबको गरियाता था काट खाने को   दौड़ता था फिर भी लोगों के दिलों मे सामने के दरवाजे से घुस जाता था,वो था ही ऐसा अजूबा अलबेला मस्तमौला अपनी धुन मे मगन जिन्द्गी की कहानी अपनी मौज मे कह्ते कहते इस दुनिया से चला गया एक आदमी था और एक दिन वो मर गया, मगर कहानी खत्म नहीं हूई 
कई लोगों कि कहानी मरने के बाद शूरू होती है और कभी खत्म नहीं होती ।भडास पर लिख कर आप भी इस कभी ना खत्म होने वाली इस कहानी में अपनी जिन्द्गानी जोड दे । लोगों को जी भर कर गरियायें जरूरत पडे तो काट खायें अपना जहर उगल कर हल्के हो  जायें। चलो जल्दी से कुछ लिखो ना....।

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