UID CARD - Its dangerous -यूआईडी : यह खतरनाक है.........

शुक्रवार, 25 मई 2012


सरकार के अनुसार आपको यूआईडी क्यों चाहिये।
  • सरकार का मानना है कि एक यूआईडी कार्ड भारतवासियों के सारी समस्याओं का अंत कर देगा।
  •  इसमें आपके ब्ल्ड यानि रक्त संबंधी जानकारी भी होगी और आपके पास चल और अचल संपत्ति का व्यौरा भी।
  • इस कार्ड में इलेक्ट्रानिक तरीके से आपका चरित्र प्रमाण भी सुरक्षित रखा जायेगा। इसका लाभ यह होगा कि अब यदि आपको पुलिस पकड़ेगी तो आपसे सवाल करने से पहले वह आपके कार्ड की खैर लेगी और यदि आपके पास यूआईडी यानि अति विशिष्ट कार्ड नहीं पाया गया तो सबसे पहले इसी जुर्म यानि सरकारी कार्ड नहीं रखने के जुर्म में कम से कम 6 महीने बामुशक्कत सजा दी जायेगी।
  •  अरे भाई यदि आप आजाद भारत के गुलाम नागरिक हैं तो फ़िर आपको अपने गले में यूआईडी लगा पट्टा पहनना ही पड़ेगा।
सरकार के अनुसार इसकी विशेषताएं
  •  यूआईडी कार्ड भारतवासियों के सारी समस्याओं का अंत कर देगा।
  • अति विशिष्ट कार्ड के हो जाने से आपको किसी भी प्रकार के अन्य कार्ड रखने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • सुना है इस हाईटेक यूआईडी कार्ड में जीपीआरएस टेक्नोलाजी पर आधारित अलग से चिप भी लगा होगा, जिसके जरिये सरकार और सरकार के तंत्र किसी भी वक्त आपतक पहुंच सकती है।
  • आपको यह जानकारी मिल चुकी होगी कि गरीबों को यूआईडीकार्ड बनवाने के बदले 50 रुपये भी मिलेंगे।
  • अब जरा सोचिये कि सरकार आपकी भलाई के लिये आपको यूआईडी कार्ड बनवा रही है और इसके बावजूद आपको 50 रुपये क्यों दे रही है। अभी तक तो ऐसा नहीं हुआ था।
हकीकत क्‍या
  • इसके साथ ही शुरु हो चुका है घोटाले का नया युग।
  •  हम बताते हैं इसका राज। दरअसलयूआईडी कार्ड का खेल भारत सरकार का अपना नहीं है। यह हमारे शासकों ने पश्चिमी देशों से आयात किया है।
  • इस कार्ड को पढ़ने वाली मशीने भी केवल विदेशी कम्‍पनियों की ही होंगी और उन्‍हें बैठे बिठाए हमारे देश के बहुमूल्‍य आंकडे़ प्राप्‍त हो जाएंगे जिनके लिए ये करोड़ो डालर फूंक देते
  • इसका एक और पहलू यह है कि आर्थिक संकट से जुझ रही कंप्यूटर एवं अन्य इलेक्ट्रानिक कंपनी को रोजगार मिल सके।
  • सवा अरब लोगों कायूआईडी बनेगा तब कितने लाख कम्प्यूटर, स्कैनर, चिप और साफ़्टवेयरों की आवश्यकता होगी।
  • इसके लिये जिन कंपनियों के हार्डवेयर और साफ़्टवेयर खरीदे जायेंगे, उसके प्रतिनिधियों ने हमारे शासकों की जेब को गर्म किया होगा।
  •  जबकि वास्तविकता जगजाहिर है कि अब आपकी निजता खतरे में है।
  • आपकी नागरिकता खतरे में है।
  • जिस देश की 77 फ़ीसदी आबादी रोजाना 20 रुपये से भी कम में अपना गुजारा करता हो।
  • जिसे न तो पैन कार्ड चाहिये, न बैंक अकाऊंट कार्ड और न ही कोईयूआईडी कार्ड
  • इन्हें तो दो वक्त की रोटी चाहिये। अगर सरकार कुछ देना ही चाहती है तो इन्हें दो वक्त की रोटी और अपने परिवार का तन ढकने के लिये आवश्यक पैसा कमाने का अवसर दे,
  •  यूआईडी कार्ड के जरिये सरकार आपका नहीं, बल्कि उन कारपोरेट कम्पनियों का भला कर रही है, जिसके सितारे आजकल गर्दिश में है।
  • इन कम्‍पनियों में अमेरिका की वे कम्‍पनियां हैं जो सीआईए के लिए उपकरणों का उत्‍पादन करती हैं और उन्‍हीं के एजेंट इन कम्‍पनियों में हैं। अब स्‍वयं सोचिये की हमारी प्राइवेसी अब हमारी नहीं उस पर हर समय हर पल अमेरिका की नजर रहेगी। यह भी एक प्रकार की गुलामी ही है। जिसे हमारे नेताओं ने विदेशी कम्‍पनियों के हाथों बेच दिया है।

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                   ये यूआईडी कार्ड को बनाने में जिन कंप्यूटर और बाकि मशीनो का जो प्रयोग हो रहा है ये सारी मशीन इटली से आरही है और वो भी सोनिया के किसी रिश्तेदार की कम्पनी से मेरे को ये बात इस लिए पता है के मेरे को कोई मेरा रिस्तादर बोला के में आपको यूआईडी कार्ड का पुरे जिले का कोरदिनाटर बना देता हुं उसके लिए 70 लाख खर्च करने पड़ेंगे और इटली से 25 सिस्टम लेने पड़ेंगे जिसमे (कंप्यूटर ,प्रिंटर, स्कान्नेर ,फ़िनगेर प्रिंट मचिन आदि ) जो एक सिस्टम 3 लाख का परेगा और आप ही पुरे जिले में  यूआईडी कार्ड बना सकते हो तो बाद में मेने इसके तह तक जाने की कोसिस की तो मेरे को पता चला ये तो सोनिया और मनमोहन की बहुत बड़ी चल है जिससे एक और बड़ा घोटाला होने वाला है और ये तो अब तक के सबसे बड़ा घोटाला निकलेगा क्यों के एक जीने में वो 70-75 लाख ले रहे है तो 624 जिलों में कितना और ये तो कम सुरु करने के लिए और जो सर्कार ने बजट बनाया है वो अलग |

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