मस्तिष्क की धुलाई का सबसे प्रभावशाली माध्यम है "हमारी फिल्म इंडस्ट्री" + The English Plural shows drawbacks of English language.
गुरुवार, 2 अगस्त 2012
मस्तिष्क की धुलाई का सबसे प्रभावशाली माध्यम है "हमारी फिल्म इंडस्ट्री"
मुसलमानों द्वारा हमारे मस्तिष्क की धुलाई कर दी गयी है एवं हम सब उर्दू बोल रहे हैं. मस्तिष्क की धुलाई का सबसे प्रभावशाली माध्यम है "हमारी फिल्म इंडस्ट्री" जिसको कहते तो "हिंदी फिल्म इंडस्ट्री" है परन्तु फिल्मों के संवाद उर्दू में होते हैं.
विस्तार भय (लम्बा लेख लिखूंगा तो लोग पढेंगे ही नहीं) से अधिक ना लिख कर मेरी आपसे विनती है कि आप इस दिशा में कुछ कर सकते हैं.
आप सांताक्रूज़, मुंबई में हाई कोर्ट में एक प्रतिष्टित "लायर" हैं. आप कृपया "फिल्म सेंसर बोर्ड" पर रिट दायर कीजिये .
आप 'फिल्म सेंसर बोर्ड" से पूछिए कि आप किसी फिल्म को "हिंदी फिल्म का प्रमाण पत्र" कैसे दे सकते हैं, जबकि फिल्म के संवाद "उर्दू" में होते हैं, हिंदी चलचित्र या फिल्म की नामावली अंग्रेजी में होती हैं और हिंदी चलचित्र में हिंदी कही नहीं लिखी जात हैं! यह हमारी हिंदी भाषा का अपमान है ये. या तो उसको "उर्दू फिल्म का प्रमाण-पत्र" दीजिये अन्यथा फिल्म के संवाद शुद्ध हिंदी में परिवर्तित कीजिये.
'प्रतिवादी अधिवक्ता (Layer )' लम्बे वाद-विवाद में ये कह सकता है कि उर्दू के संवाद वाली फ़िल्में भारत में ही नहीं अपितु पाकिस्तान, बंगलादेश तथा अन्य स्थानों पर भी देखि जाती हैं, यदि भविष्य में शुद्ध हिंदी में फ़िल्में बनेगी तो इनको अन्य देश वाले नहीं देखेंगे, तो उस समय आप ये कह सकते हैं कि जब रामानंद सागर कृत "रामायण" प्रसारित होती थी तो सम्पूर्ण भारत के अतिरिक्त सम्पूर्ण पाकिस्तान एवं बंगलादेश में बड़े चाव से देखी जाती थी, (बहुत से पाकिस्तानी एवं बांग्लादेश के नागरिकों ने मुझे स्वयं ये बताया था) उसमें तो संवाद विशुद्ध हिंदी में हैं, जब वो समझ सकते हैं तो ये क्यों नहीं समझ सकते.
अरोरा सर, यदि आप ये आप कर दें तो आपका हिन्दू धर्म पर बहुत बड़ा उपकार होगा, आने वाली पीढ़ी आपकी ऋणी रहेगी.
आपका मित्र,
राजपाल दूलर - कांडला
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