तसलीमा नसरीन होने का दर्द
सोमवार, 19 जनवरी 2009
तसलीमा नसरीन को तो आप जानते ही होंगे।और उनके साथ हुई दुर्गति को भी।उनके साथ
ऐसा क्यों हुआ?उन्होंने मुस्लिमों के बारे में कुछ लिख दिया बस भारत के फंडू नेताओं ने
तुष्टीकरण की राजनीति के चलते उनके साथ दुर्गति होने दिया भाई वोट बैंक का सवाल था।
अब मै आप को एक और महान(ही ही ही)लेखिका के बारे में बताता हूँ।अरंधुति राय ,अभी
हाल ही में इन्होंने आउटलुक के अंक में मुम्बई आतंकवाद पर टिप्पडी की है,कि भारत को पाकिस्तान से डरना चाहिये क्योंकि वो अफगानिस्तान नहीं है(जय हो तुष्टीकरण)।और उन्होने एक आकणा भी दिया है कि यदि नौ आतंकवादि इतना सब कर सकते हैं तो भारत में करोडो़ मुस्लिम(आतंकवादी ) क्या कर सकतें है(लिहो.....लिहो....लिहो...)
मैडम आप लगभग एक अरब हिन्दुओं को क्यों भूल जाती हैं कि जब वो जागेगा तो आप का व मुस्लिमों(आतंकवादियों )का क्या होगा।
चित्रकार महोदय (भडुआ)को भी आप जानते होंगे वो माधर....=॒॑३ जब चाहता है हिन्दु
देवी देवताओं का मजाक बनाता है।
आप को पैगम्बर साहब का कार्टून याद होगा माधर....=॒॑३ ने क्या हंगामा किया था।
जागो हिन्दू वरना हमेसा सोने के लिये तैयार रहो।लिहो...........
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