इन्टरब्यु
रविवार, 22 फ़रवरी 2009
क्या आप शादी-शूदा है, आपके बच्चे है,
आप ग्रैजूएट है, आपके फ़ेमीली का रहन-
सहन उच्च है की नही.
करवाना है आपको अपने बच्चे का कीसी सभ्रान्त
स्कूल मे एडमीशन तो आपको इतनी सारी तैयारी
करनी पडेगी. क्या जमाना आ गया है भाइ......
बच्चो के एडमीशन मे मा- बाप का इटरब्यु
...........
....सब स्टेटस का फ़ेर है बीडू
3 टिप्पणियाँ:
पंडित जी ये सब चोंचले अग्रेजी स्कूलों के हैं हमारे देसी सरकारी स्कूलों में शिक्षक ही बड़ी मुश्किल से आते हैं मां बाप का इंटरव्यू कौन लेगा बच्चे खुद ही सब पढ़-पढ़ा लेते हैं :)्जय जय हिंदी महारानी की...
जय जय भड़ास
आप ने सही फ़रमाया डा.साहब ये सब अंग्रेजी स्कूलों के ही नाटक हैं हमारे उर्दू स्कूलों में भी ऐसा नही है कि माता-पिता को ही रगेदा जाए कि कितना पढ़े हो पढ़े हो भी या नहीं वगैरह....
जय जय भड़ास
बहुत खूब,
भड़ास ही भड़ास.
जय जय भड़ास
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