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मंगलवार, 17 फ़रवरी 2009
चन्दन भाई,
प्रशांत की बीमारी का पता आपको काफी पहले चल चूका था लेकिन आपने इलाज करने में कुछ देर कर दी है.पर फरहीन और बाकी लोग हमेशा इसी प्रयास में रहे की शायद अब प्रशांत का मन हल्का हो जाय और प्रशांत देश और समाज को ठीक से समझने लगे लेकिन मुझे लगता है की अभी काफी वक़्त लगेगा भाई प्रशांत को ठीक होने में रुपेश भाई ने भी कोशिश की लेकिन मुझे लगता है की वो अभी प्रशांत को और समय देना चाहते हैं और उसके बाद इलाज शुरू करना चाहते हैंलेकिन चन्दन भाई मै आपको बताना चाहूँगा की प्रशांत भाई एक अध्यापक हैं ऐसा उन्होंने बताया और मुझे लगता है की प्रशांत भाई को भी ये समझना होगा की एक अध्यापक होने के नाते वो अपने अन्दर के ज़हर को जितनी जल्दी निकाल देंगे उनके छात्रों के भविष्य के लिए उतना ही बेहतर होगा आखिर एक शिक्षक ही समाज को बेहतर नज़रिए से देखता है और समाज को सही दिशा भी दिखता है और प्रशांत भाई आपकी सोच और समझ एक अध्यापक की नहीं लगती क्योकि अभी तक न ही शिक्षा और न ही बाकी सामाजिक मुद्दों पर आपने कोई भी लेख नहीं दिया मेरा आपसे अनुरोध है की तुस्टीकरण के साथ साथ अन्य सामाजिक मुद्दों पर भी आप लेख लिखें!
शुभकामनाओं सहित आपका हमवतन भाई ....गुफरान...(A.P. Forum Faizabad)
2 टिप्पणियाँ:
चंदन भाई,
भाई गुर्फान के विचार पर ध्यान देन, बेकार के उल जुलूल के बजाय मुद्दे पर प्रकाश डालें.
जय जय भड़ास
ग़ुफ़रान भाईसाहब हमारे डा.रूपेश जी ने तो मरीज का चार्ज ले लिया है और वो अंडर आब्जर्वेशन हैं यानि इलाज की प्रक्रिया जारी है पुरानी बीमारी है जाते जाते ही जाएगी।
जय जय भड़ास
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