अरंधुति राय भी जूता खाने वाले सूची में

रविवार, 15 फ़रवरी 2009

अरंधुति राय भी जूता खाने वाले सूची में बुश के बाद ये गौरव उनको भी मिला
छात्रों ने उनपर जूते बरसाये
क्यों?
उनका विचार है कि कश्मीर पाकिस्तान को दे दिया जाय?
हाय रे तुष्टीकरण

4 टिप्पणियाँ:

चंदन श्रीवास्तव ने कहा…

प्रशांत जी आप अपनी बातें थोडा कायदे से शांत तरीके से और संयमित होकर कहिये. जिस तरह से आप अपनी बात कहते हैं वैसे तो आपको कोई गंभीरता से नहीं लेगा. फिर हर तस्वीर के दो पहलू होते हैं हमें दोनों पहलुओं पर चर्चा करनी चाहिए. इसी भड़ास मंच पर मुनव्वर सुल्ताना जी हैं मेरी राय है आप उन्हें जरूर पढ़ा करें आपकी कई गलतफहमियां दूर होंगी. और इस बात पर ध्यान रखे कि कोई आपकी बात से आहत न हो. मुझे उम्मीद है आप मेरी सलाह पर ध्यान देंगे.

मुनेन्द्र सोनी ने कहा…

चंदन भाई आप यकीन मानिये कि ये सनकी सा प्रतीत होने वाला बंदा अभी आप पर भी तोहमत थोप देगा कि हाय रे तुष्टीकरण.... बात करी तो मुनव्वर सुल्ताना या फ़रहीन नाज़ की.... कोई और नहीं मिला मुसलमानों के सिवाय। ये आदमी शर्तिया सनकी है।
जय जय भड़ास

फ़रहीन नाज़ ने कहा…

वैसे तो तुम भी जूता खाने वाली ही फितरत रखते हो लेकिन अब तक तुम्हें ये सौभाग्य हासिल नहीं हुआ क्योंकि तुम बुश या अरुंधति राय जितने प्रसिद्ध और बड़े नहीं हो.... लिखते रहो एक दिन जरूर जुतिआए जाओगे
जय जय भड़ास

बेनामी ने कहा…

भाई प्रशांत,
चांधन भाई की बातों पर गौर फरमाएं, नि:संदेह हम आपको पढ़ना चाहते हैं.
विचार विस्तृत करें.
जय जय भड़ास

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