ये चौपाये यात्री कहां जाना चाहते हैं?

सोमवार, 6 अप्रैल 2009

नवी मुंबई के दिल कहे जाने वाले पनवेल रेलवे स्टेशन पर आराम से लेटे ये चौपाये यात्री कहां जाना चाहते हैं। आप देख सकते हैं कि इनके आराम ने खलल न पड़े इस लिये इन खिड़्कियों से टिकट लेने का किसी में साहस नहीं है। रेलवे प्रशासन के अधिकारी भी शायद इनसे डरते हैं।
जय जय भड़ास

4 टिप्पणियाँ:

मनोज द्विवेदी ने कहा…

Sawal umda hai..lekin aapa ek bat aur hai ki ye kutte soch rahe hain ki ye do pairon wale hamare ilake me kya kar rahe hain..

mark rai ने कहा…

nirih hai bechaare ..hamne jagah hi nahi chhodi ..kahan jaate ..

बेनामी ने कहा…

जैनब,
बढिया वर्णन तस्वीरों से.
बधाई

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) ने कहा…

ज़ैनब आपा ये तो आपने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों की जगह ठेके पर काम करने वाले गरीबों की तस्वीर उतार ली है :)मुंबई में सुरक्षा का कमोबेश हर जगह यही हाल है।
जय जय भड़ास

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