मेरा भारत महान ?
रविवार, 3 मई 2009
शमा बहन मै आप का छोटा भाई , याद आया ,कोई बात नहीं ,पर बहन लोकतन्तर मे जब हमे ये अधिकार है की हम अपना वोट अपने पसंद के उमीदवार को गुप्त रूप से डाल सकते हैतो ये अधिकार क्यों नहीं है की हम अपने मताधिकार का पर्योग सभी उमिदवारो के खिलाफ गुप्त रूप से डाल सकेउस के लिए इलेक्शन comission हमे इस बात के लिए क्यों मजबूर करता है की हम अपनी नाराजगी को ( नेताओ ) से खुल कर सब को बता कर जाहिर करे / ये तो वही बात हुई न की बिल्ली के गले मे घंटी कोन bhandhe , मतलब सब को अपना दुश्मन बना लो
लगता है नेताओ ने dhikave के लिए ही चुनाव आयोग बनाया है ,
वर्ना सभी को नकारने का वोट किसी को भी सभी के सामने खुले रूप से नहीं डालना पड़ता ,
मेरा भारत महान ,
चुनो यहाँ सिर्फ उन मे से जो हो सब में बईमान ,
एक बार बस चुन लो ,
फिर ५ साल के लिए काम तमाम ,
मेरा भारत महान ,
सारे नेताओ की करो सिर्फ आरती ,
उस को जिताओ ,
उस के baccho को जिताओ ,
फिर ५ साल तक अपनी जान की खैर मनाओ ,
मेरा भारत महान ,
चुनाव मे सिर्फ पैसा बोले ,
हर अभिनेता ,
नेताओ के पैसे पर डोले ( मटके ) ,
हाथ मे आये पैसा तो चाहे नेता हो कैसा ,
मेरा भारत महान ,
जान कर भी ये कहानी ,
बन जाता है हर भारत वासी अनजान ,
मेरा भारत महान
2 टिप्पणियाँ:
अमित भाई सही बात की तरफ़ ध्यान दिलाया कि उसी मतदान पत्र पर एक चिन्ह इस बात का होना चाहिये जो कि बताये कि मतदान करने वाले ने प्रोटेस्ट वोट करा है ताकि उसकी हड्डी-पसली बची रहे वरना कल्लू,लल्लू,मुटल्लू सब बारी बारी से उसे पांच साल तक धोएंगे... सही है न? ये प्रोटेस्ट वोट भी लगता है कि RTI के जैसा ही झुनझुना है जिसे बजा कर हमारे डा.साहब कई बार मार खा चुके हैं,कानून बनाने वाले ही कानून को नहीं मानते हैं भाई, ये सब तो आम आदमी के लिये है कि ये कानून है ऐसा करो वैसा मत करो....
जय जय भड़ास
Qanoon kaun banata hai ? Sarkaar? Sarkaar kaun chuntaa hai?
Maine pehlehee likha ki, protest me "voting" nahee...sirf har ummeedwaarkee nalayaqee darj karanee hai...apnaa naam nahee...kya ham utnaabhee nahee kar sakte?
Maine kaha naa ki abhi pichhale 3o aprilkee mai chasmdeed gawah hun, ki kaise el yuvakne saaree yantarana sarpe utha lee...
abhi,abhi 3 kavitayen post kee hain...zaroor padhen...
Ham kitne din darke guzarenge?
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