,अड़ियल मूर्खो के सवालो को अनसुना कर देना चाहए
बुधवार, 10 जून 2009
अनूप मंडल के मानसिक रोगी दोस्तों ( माफ़ करना मैंने आप को दोस्त कहा क्योकि आप सभी लोग किसी भी जैन को अपना भाई न मानाने की कसम खा कर बैठे है ) आप के द्वारा लिखे गए को पढने के बाद पता चालक की क्यों इस समाज मे बुद्धिमान लोग कह गए है की दुश्मनी किसी बुद्धिमान के साथ कर लो पर दोस्ती कभी किसी मुर्ख या पागल से मत करना / मैंने आप से दोस्ती करने की गलती की है , पर मै अब उस गलती को सुधारता हु , ओर अब से आप को दोस्त , मित्र , के संबोधन से नहीं संबोधित करुगा / आप की मन स्थिति बिलकुल उस मानसिक विभ्रम के रोगी की तरह है जो अपने मन स्थल से उठने वाले अजीबोगरीब विचारो से परेशान रहता है , आप जिस किसी भी इश्वर को मानते है वो आप को सध्बुधि दे साथ मे इतना सामर्थ्य भी दे की आप इस देश के सभी धर्मो का आदर कर सके न की खुद अपने आप को सर्वश्रेस्ट मान ले / मै तो समझा था की आप विचारविमर्श करने के लिए आये है परन्तु आप जैसे मूढ़मति मंडल को सिर्फ अनसुना कर के भोकने ( सज्जन किर्पया इस शब्द पर ध्यान ना दे )के लिए छोड़ देना चाहए /
अहिंसा को पर्योग करने के बाद राष्ट्र पिता महत्मा घंडी ने भारत को आजाद कराया / आपका जैसा व्यक्ति या मंडल अब राष्ट्र पिता शम्भोधन मे सारे पिता का जिन (जीन ) ढूढ़ लेगा ये मुझे आशा है ............:)
1 टिप्पणियाँ:
महात्मा गाँधी की जगह महत्मा घंडी लिखागया है किर्पया इस त्रुटी को निकल कर पढ़े
आपका अमित जैन
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