मंडल का बण्डल भी बन सकता है - अमित जैन

शुक्रवार, 19 जून 2009

अरे मे एक बात तो भूल ही गया की आप लोग होते कोन है जो जैन धर्म को गलिया दे रहे है , आप को अधिकार किस ने दिया की आप जैन लोगो को या उन के तिर्थंकरो को कुछ कहे , मुझे लगता है की अपनी पहचान बनने के लिए आप दुनिया मे सबसे ज्यादा अहिंसक और शान्ति पीरी धर्मो मे से एक जैन धर्म को पर्योग कर रहे है / आप एस्सा ही कुछ किसी इस्लाम पैगम्बर के बारे मे भी लिख कर देखो न , शायद वहा तुम्हारी गांड फट जायेगी , क्योकि वो आप से अमित जैन की तरह बात नही करेगे ,और शायद उस पोस्ट के बाद मे तुम इस लायक ही न रहो / संत पर कीचड़ उछालना तो आप जैसो का परम कर्तव्य है महात्मा को गाली दे सकते हो ये बात ही तुम्हरी जाती बता सकती है , समझ जाओ ,और जा कर अपना पुस्तैनी काम करो

0 टिप्पणियाँ:

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP