जो गॉड को लाएं हैं/ हम उनको लायेंगे/ गॉड से फिर हम सब / सब कुछ ही
मांगेंगे...
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' गो महंगाई गो!' गो बेरोजगारी गो!
______________________________________________________ मैंने कल एक सपना
देखा। मैं जर्मनी में हूं। शाम का समय है। सड़क पर...
2 दिन पहले
3 टिप्पणियाँ:
अरे भाई ये क्या है चश्मा लगा कर देखना पड़ा पर समझ में नहीं आया :)
जय जय भड़ास
डॉ साहब ये बेचारे गधे नामक एक मूक प्राणी की निर्मम पिटाई का दर्शय हास्य रूप मे चित्रित है , बस इतना ही ..........:)
गन्दी बात है छी..... छी... मासूम प्राणी की निर्मम पिटाई का मजाक बनाना बुरी बात है। डा.रूपेश श्रीवास्तव का पसंदीदा पशु है गधा :)
जय जय भड़ास
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