वक़्त की धारा में हँसिए की धार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल
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वक़्त की धारा में हँसिए की धार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल भारत
में कम्युनिस्ट आंदोलन का इतिहास 1917 की रूसी क्रांति के तुरंत बाद शुरू होता
है, उ...
9 घंटे पहले

1 टिप्पणियाँ:
अरे का भइया पांड़े इहां तो बस पूंछ का एक बाल है पता नहीं कि पूंछ हाथी का है कि सुअरी का??? चलो पकड़ कर खींच कर देख लेते हैं। अगर भड़ास पर भी पोस्ट चिपका देते तो का पइसा खर्च हो जाता?? अब बेकार में दूसरे पन्ने पर पूंछ के आगे का जनावर देखने भेजोग , ऐसा न करा करौ यार...
जय जय भड़ास
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