सुरेश चिपलूणकर कर्मणा जैन ही है
शुक्रवार, 11 सितंबर 2009
यकीन मानिये कि सुरेश चिपलूणकर एक राक्षस समर्थित दुष्ट ही है जो कि जन्मना शायद महाराष्ट्र में कोंकण क्षेत्र के चिपलूण का जाति से कुणबी(या ब्राह्मण भी हो तो कर्म तो नीच ही हैं) होगा लेकिन कर्मणा जैन ही है। ये देश में अस्थिरता लाने के लिये जो हिंदू मुसलमान का राग अलाप रहा है शायद कभी इसने देश के नक्शे पर अरुणाचल प्रदेश नहीं देखा जहां पच्चीसों जगहों पर चीन का झंडा फहराया जाता है। इसके आदर्श राष्ट्रवाद की सोच क्या है नहीं पता लेकिन इतना पता है कि इसके साथ में संजय बेंगाणी जैसा धूर्त जैन राक्षस दिख रहा है तो समझ में आ रहा है कि ये क्या चाहता है। इसे यू-ट्यूब पर ऐसा कोई वीडियो नहीं मिलेगा जिसमें भगवा झंडा लेकर लोग उपद्रव कर रहे हों या किसी स्त्री का बुरका फाड़ कर उसे बेइज्जत कर रहे हों। ये वीडियो बन कैसे जाते हैं क्या ये अनायास बनते हैं या सप्रयास ये विचार करने वाले ही समझेंगे। जो राक्षस चाहते हैं ये वही कर रहा है पता नहीं क्यों? बुद्धि भ्रष्ट है या अन्य कोई प्रलोभन है। दानव चाहते ही यही हैं कि देश में अस्थिरता और अशांति का माहौल रहे ताकि इनकी हरकतों की तरफ़ किसी का ध्यान ही न जाए। यकीनन सुरेश चिपलूणकर असुरेश बनने का प्रयास कर रहा है राक्षसों के समर्थन से। इन जैसे दानवों को भगवा आतंक नहीं दिखेगा न ही इनके संचार माध्यमों में इस तरह की सामग्री ये रहने देंगे। राक्षसी कर्म ही यही हैं कि वे आपकी सोच की दिशा को छल से मोड़ने का यत्न करते रहते हैं। जब देश को हिंदू राष्ट्र बना लेंगे तब ब्राह्मण-चमार और बनिया-ठाकुर के खेल से लड़ाएंगे। ये बस इतना बता दे दो चार लाइनों में कि इसकी सोच में राष्ट्रवाद क्या है?
दुष्ट राक्षस ! जिस परंपरा से तुम लिख रहे हो कि सौ बार क्षमा करोगे तो सारा अनूप मंडल इस बात को लिख रहा है यानि कि लगभग पांच हजार लोग इस बात को कह रहे हैं। चलो माफ़ करने का नाटक बंद करके बताओ कि क्या कर सकते हो।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
8 टिप्पणियाँ:
पहले तू ये बता हिन्दू है या मुस्लमान. इन्सान होने की दुहाई न देना..
फिर तुझे मै जवाब देता हूँ
पहले तू ये बता हिन्दू है या मुस्लमान. इन्सान होने की दुहाई न देना..
फिर तुझे मै जवाब देता हूँ
मैं भी तो सोचूं यह महान नस्ल का चिराग 3 इंच लम्बा टीका क्यूं लगाता है, अब समझ में आया वह इसीलिए कि पाखंडी का तो दिखावे का हर कार्य थोडा अधिक करना होता है ना, पता नही तुम हिन्दू कि यह पूछने वाला हिन्दू परन्तु मैं हूं मुसलमान मुझे चिंपी भैया खूब जाने हैं बल्कि उनका हर पाठक जाने है, इ वह आदमी है जो इसे रेल में चुटकुले सुनाने पर मजबूर कर चुका है,
ब्लागिंग के द्वारा देश में विदेशी शागिर्दों के सहयोग से आग लगवाने की उनकी यह चाल भी पिट गई, मिडिया ने भी सराहनीय भूमिका निभाई
ये देश में अस्थिरता लाने के लिये जो हिंदू मुसलमान का राग अलाप रहा है शायद कभी इसने देश के नक्शे पर अरुणाचल प्रदेश नहीं देखा जहां पच्चीसों जगहों पर चीन का झंडा फहराया जाता है।nice
न जाने अनूप तुम्हारे जैसे लोगो से देश को कुब छुटकारा मिलेगा , तुम ही वो लोग हो जो सब के हमदर्द बन के सब को दर्द बेच देते हो , तुम्हारे जैसे लोगो की नसल हिन्दू क्या , मुस्लमान क्या सब को किसी एक के खिलाफ भड़काते हो फिर आपस मे लड़वाते देते हो / अब तुम सारे फसाद की जड़ जैन लोगो को बता रहे हो , तुम्हारा हर इशारा घूम फिर कर जैन पर आ जाता है , लगता है तुम्हारा धर्म सिर्फ और सिर्फ जैन विरोधी है, मै मुस्लिम हु पर मेरे पडोसी जैन है ,हम उन की इजत करते है और वो हमारी , उन के साथ रह कर तो हम लोगो ने मॉस खाना ही छोड़ दिया , और उन की दिनचर्या अपनाने से मेरी सास का तो काया कल्प ही हो गया है / शायद यहाँ भी तुम्हे वो raksash ही नजर आये , पर मै और मेरे जैसे लोग तुम से बिलकुल असहमत है / अगर तुम्हरे पास जैन लोगो को ख़तम करके इस देश , समाज को बचने का कोई उपाय है तो बताओ , की तुम देश मे क्या बदलाव ला सकते हो , सिर्फ दो चार किताबो के नाम , पेज , पर्कसक ,चाप देने से सारे ब्लोगेर , या नेट उसे करने वाले पागल नहीं बन सकते , अब तक तुम्हारी पोस्ट पर सिर्फ तुम्हारे दो चार लोगो (सारे एक ही , हर बार एक ही ) छोड़ कर किसी ने भी तुम्हारा समर्थन नहीं किया है , अगर किसी ने विरोध किया तो तुम सब लोग उस के पीछे अनर्गल बाते ले कर उस पर गलिया बरसाने लगे , अभी तुम्हारी सारी पोस्ट पढ़ी है , पिछली पोस्ट मे तुम किसी राजकुमार से उस के बाप का नाम पता जानना कहते थे ,की वो नकाब मे है , अब ये बात मै तुम से पूछती हु तुम किस नकाब मे हो , तुम्हारा कोई फोटो तुम्हारी प्रोफाइल पर नहीं , कोई मोबाइल नंबर नहीं ,कोई पता नहीं , फिर तुम किस की औलाद हो , माफ़ करना पर अब जमाना बदल गया है ,मुस्लिम , हिन्दू भी कोई बच्चे नहीं की तुम जैसे एरे गरे उन के , या हिन्दुओ के सिर मौर बन जाओ / जाओ अपने इन समर्थक पाखंडियो की टीम को ले जा कर कही और रंग ज़माने की कोशिश करो /हम लोगो ने जैन लोगो को परखा है और हम सच्चाई भी जानते है , आज ये टिपण्णी सिर्फ तुम्हे ये बताने के लिए की है की भारत के एक अरब लोगो को तुम जैसे पागल नहीं चलते , न ही तुम उन का परतिनिधित्व करते हो , रही किसी के विरोध , पर्दर्शन की , तो ये भी सिर्फ हमारे देश मे ही हो सकता है , मै अपने को पहले भारतीय , फिर मुस्लमान मानती हु .................जय हिंद
Ooooooooohhhh..... my God
@ Ruksana
Do you know the name of any muslim girl is never Ruksana, it is always RUKHSANA.What about your identity and profile???If you have tested them and they are really better than islamic attitude than why are you still a muslim?just you too adopt the life style as your mother in law is doing, stop offering Namaz etc if you do.Religion is nothing but for betterment of human life so I do request to Respected Anoop Mandal to post some photographs, if you are agree with it,just go for it. It will be more beneficial for you.If you want to talk to me just give one more comment and I am ready to talk with you.
@farhin naj -
R u a teacher ?And who r u to say me to adoapt jainism .
These are my pearsonal feelings .And tell me- is it possible that some photographs and some articles repersents the whole specific socity and persons ?
Some photographs cannot change anyone mind .
If u say -yes -Then can Osama bin laden repesents muslims ?
देश का विभाजन तुम जैसे देवताओं ने ही करवाया था ना बन्धु?
हम राक्षस है तब भी अपनी शक्ति का उपयोग इस देश की रक्षा के लिए ही करते है.
बेवकुफ, जब हर कोई अल्पसंख्यक बन इस देश में रहने की कीमत वसुल रहा है, जैन खूद को हिन्दु कहते है. अक्कल के अंधे इंसान अपनी आँखे खोल.
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