उर्दू समाचार पत्र "इंकलाब" को गलती से भी आप इन्टरनेट पर मत पढ़ लीजिएगा
बुधवार, 9 दिसंबर 2009
उर्दू समाचार पत्र "इंकलाब" को गलती से भी आप इन्टरनेट पर मत पढ़ लीजिएगा| कारण ये नही है कि इसे पढ़ लेने से आप क्रान्ति ले आयेंगे बल्कि कारण ये है कि आपके कंप्यूटर पर एक मॉलवेयर आ जाएगा जो की एक तरह का वायरस ही है और फिर हर एक दो मिनट बाद आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ भी अनचाहा विज्ञापन आता रहेगा और आप कुछ नही कर पाएंगे | वैसे भी ये वही समाचार पत्र है जो कि अपने नाम से भी ऊपर साँडे के तेल का पौरुष शक्ति बढ़ाने का विज्ञापन स्वीकारने में भी नही हिचकिचाता है शायद इसके सम्पादक को ये लगता है कि वैचारिक क्रान्ति लाने का यही एक मार्ग हो जो कि तेल से स्निग्ध हो कर दुष्कर न रह जाए और उर्दू जानने वाले क्रान्ति ला ही दें| सम्भव है कि इसके ई -संस्करण पर इन लोगो ने जानबूझ कर ऐसा करा हो कि वैसे भी लोगो को तो विज्ञापन देखने कि आदत है ही तो चलो ऐसे भी बेवकूफ बनाया जाए वैसे भी अभी हिन्दी और उर्दू के पट्टी पर इन्टरनेट प्रयोग करने वाले लोग ज्यादा जागरूक नही हैं |
जय जय भड़ास
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें