दूध की कीमत तीन रुपये बढ़ गयी है, मैंने गोलोकधाम जाने का इरादा कर लिया.....

रविवार, 28 मार्च 2010

दिमाग का दही बन जाता है लेकिन दूध का दही बना पाने की इजाज़त तो धीरे धीरे जेब बंद करती जा रही है। दूध की कीमत एक बार फिर से तीन रुपये बढ़ा दी जाएगी इस बात का निर्णय लिया गया द बाम्बे मिल्क प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन की बैठक में; लेकिन साला एक बात समझ में आती नहीं कि इस बैठक में न तो एक भी गाय को आमंत्रित करा गया न ही एक भी भैंस बुलायी गयी, ये साले तबेले वाले कभी भी चारा-भूसा मंहगा हो गया कह कर मूल्य बढ़ा देते हैं। भाई हमने तो खुन्नसिया कर चाय पीना ही छोड़ दिया है। अब ससुरा कोई मंत्री संत्री तो हैं नहीं कि चीजों के दाम घटाना बढ़ाना हमारे हाथ में हो। गरीब आदमी की तरह कटौती कर लेते हैं और एक एक करके छोड़ते जाते हैं एक दिन देखियेगा जब जिंदगी मंहगी हो जाएगी तो जीना भी छोड़ देंगे और निकल पड़ेंगे भगवान कृष्ण के गोलोकधाम इस उम्मीद में कि कम से कम उधर तो दूध फ़ोकट में मिला करेगा लेकिन क्या भरोसा उधर पर चाय की पत्ती न मिले और शक्कर की भी मारामारी हो अगर ये सब सुलभ हुआ तो गैस और मिट्टी के तेल की समस्या तो नहीं होगी बगल में नर्क होगा सुना है कि वहाँ हमेशा आग जलती रहती है तो अपनी चाय भी उसी आग में पकवा लिया करेंगे।
जय जय भड़ास

1 टिप्पणियाँ:

Arun sathi ने कहा…

sala golok me bhi dodh nahi molega.

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP