सुप्रीम कोर्ट की पीठ पर राज ठाकरे.....
शुक्रवार, 12 मार्च 2010
उच्चतम न्यायालय ने म.न.से.प्रमुख राज ठाकरे से सोमवार को कहा कि वे भड़काऊ भाषण देने से बचें(यानि कि उच्चतम न्यायालय जानता और मानता है कि राज ठाकरे भड़काऊ भाषण देते हैं जिसके कारण अनेकों बार अराजक स्थिति बनी व नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन उच्चतम न्यायालय राज ठाकरे का क्या कुछ बिगाड़ नहीं सकता???) । इसको लेकर राज ठाकरे के खिलाफ़ देश के विभिन्न हिस्सों में कई आपराधिक मामले दर्ज़ करे गये हैं।
प्रधान न्यायाधीश और न्यायमूर्ति बी.एस.चौहान की पीठ(ये बातें पीठ से हैं सामने से नहीं....... समझे भड़ासियों? या कुछ और समझाएं??) ने कहा, "ये आपके खिलाफ़ मामलों का दायर करा जाना जारी रहेगा, क्यों नहीं आप इस तरह के कृत्य बंद कर देते? आप इस तरह का बयान दिये चले जा रहे हैं"। पीठ ने यह टिप्पणी राज ठाकरे की तरफ से दायर एक याचिका पर सुनवाई के दौरान करी। इस याचिका में राज ठाकरे ने अपने खिलाफ़ मध्य प्रदेश, बिहार और झारखण्ड में दायर तीन मामलों को राष्ट्रीय राजधानी में स्थानांतरित करने की मांग करी थी। पीठ ने कहा(पिछवाड़े से),"इस बात की क्या गारंटी है कि भविष्य में आप इस तरह का बयान नहीं देंगे?
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
nice
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