परम फ़ादरणीय गौरव महाजन जी - १
मंगलवार, 20 अप्रैल 2010
परम फ़ादरणीय गौरव महाजन ने सहर्ष मुझ चिरकुट का धर्मबाप बनना स्वीकार कर लिया था। हम तो खुश थे ही हमारे साथ में भड़ासी भी खुश थे कि चलो कोई तो बाप मिला हम अनाथ स्लमडॉग्स को। गौरव महाजन जी कोई साधारण मनुष्य नहीं हैं वे बौद्धिक व्यक्ति हैं, तार्किक व्यक्ति भी हैं, सामान्य जन से परे "महा"जन हैं जाहिर सी बात है कि अतिमानवीय व्यक्ति होंगे। उन्होंने अपनी महानता का परिचय देते हुए सबसे पहले तो गूगल बज़ पर हमारी बहन रख्शंदा अख्तर रिज़वी के बज़ पर अपनी उपस्थिति दर्शायी जो कि महानता की पहली पहचान है कि आप पूरी दुनिया में जितनी भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स हैं उनमें सुन्दर लड़कियों के आसपास अनिवार्य तौर पर मंडराते रहें। परमपूज्यनीय प्रातःस्मरणीय श्री "महा"जन जी बहन रख्शंदा रिज़वी की बातों से सहमत नहीं हैं फिर भी डटे हुए हैं। वे छाती ठोंक कर कहते हैं कि वे हर भाषा को सम्मान देते हैं हर धर्म उनके लिये आदरणीय है। भाषा की बात पर वे अंग्रेज टोडी बच्चे बन जाते हैं और कहते हैं कि अंग्रेजी ने उन्हें सम्मानित जीवन जीने के लिए अच्छा रोज़गार दिलाया है और अंग्रेजी उनकी प्रोफ़ेशनल लैन्ग्वेज है।
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
महाजन का मडराना तो हमने देखा ही है,
राहुल महाजन को भूले नहीं होंगे...
अरे वो ही प्रमोद जी के कुपुत्र, विभिन्न अपराधों में संलग्न नशेडी होने के बाद भी मीडिया के दलाल को वो बिकाऊ लगा और खबरिया चैनल को भी, ये महाशय भी उन्ही संवर्ग से आते होंगे गुरुदेव.
जय जय भड़ास
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