जनाब गुफ़रान आप संजय कटारनवरे को क्या उत्तर देंगे,कुछ आरोप लगा दीजिये बेहतर रहेगा बचने के लिये
शुक्रवार, 25 जून 2010
गुफ़रान भाई मेरा इस पुरे प्रकरण से कोई लेना देना नहीं रहा लेकिन बतौर लेखक तो नहीं पर पाठक की हैसियत से तो इस मामले से जुड़ा ही हूं। आप दिल पर हाथ रख कर पूरे ईमान से विचार करियेगा कि क्या सचमुच ये बच्चा डैडी डैडी कर रहा है?
इस कटारनवरे ने जो चित्र प्रस्तुत करा है उसके बारे में आपने कुछ नहीं कहा। वो मुंह छुपा कर नही बैठा है बल्कि मार्क्सवादी वकील साहब सुमन जी मुंह छुपा कर गायब हो गये हैं वरना रोज ही लोकसंघर्ष का विज्ञापनी अंदाज में दो एक पोस्ट पेल ही दी जाती थीं। और आप भी जबरिया ये कह रहे हैं कि ये बंदा अपनी रोटी की जुगाड़ में लिख रहा है। लेकिन मानना पड़ेगा उसकी दूरदृष्टि को वही हुआ जो उसने लिखा था,आप घूम फिर कर रामायण घसीट ही लाए। उसने जैसे आपकी हर बात को पंक्तिबद्ध तरीके से जवाब दिया है जरा आप भी साहस करिये तब तो बात है बिलावजह उस पर मक्कारी का ठप्पा मत लगाइये।
जय जय भड़ास
भड़ास ज़िन्दाबाद
जीवे भड़ास
3 टिप्पणियाँ:
शम्स जी मुझे उम्मीद है कि गुफ़रान भाई इस बात पर जिस तरह से पेश आ रहे हैं उसकी कमी को दूर करेंगे ताकि जवाब की सार्थकता सिद्ध हो
जय जय भड़ास
गुफ़रान भाई आप भी इस बंदे की एक एक लाइन लेकर उत्तर लिखिये जैसे इसने लिखा है भाई के स्टाइल में तब ठीक रहेगा
जय जय भड़ास
बस आपकी ही राय का इंतजार था कि कब आप बोलते हैं सो आप भी बोले:)
जय जय भड़ास
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