काले जादू के विमर्श को तुम सोच रहे हो कि भटका लिया तो तुम्हारी गलतफ़हमी है
गुरुवार, 19 मई 2011
प्रवीण शाह तुम्हें लगता है कि तुम अपना मुंह छिपा कर अपनी धूर्तता भी छिपा लोगे तो तुम अव्वल दर्जे के जड़बुद्धि हो। तुम्हारे कपट का रोज ही भड़ास पर खुलासा होता है लेकिन तुम इतने निर्लज्ज हो कि हर संभव कोशिश में लगे हो कि अपना मायावी पाप छिपा सको।
आदरणीया बहन मुनव्वर सुल्ताना जी ने मुलाकात का जो स्नेह पूर्ण समय दिया उसके लिये हम सभी अनूप मंडल के भाविक उनके आभार को व्यक्त करने के लिये शब्द नहीं जुटा पा रहे हैं।
काले जादू के विमर्श को तुम सोच रहे हो कि भटका लिया तो तुम्हारी गलतफ़हमी है विमर्श समयानुसार जारी रहेगा। भड़ास ही वो वैश्विक माध्यम है जिस पर हम बिना किसी दबाव के अपनी बात रख सकते है जिधर तुम्हारा कपटजाल कामयाब नहीं है। अंग्रेज के समय जो गुहार तुम्हारे मायाजाल से छुटकारा दिलाने की लगाई गयी थी वह अब कहीं जाकर रंग ला रही है, अवतार स्वरूप संचालक आदरणीय़ डा.रूपेश श्रीवास्तव जी ने हमें अपनी बात रखने का एक विश्वस्त मंच प्रदान करा है जिस पर हम दानवीय सोच का पर्दाफ़ाश कर रहे है और लोगों में इस बात की चेतना लाने का जो मिशन लगभग सवा सौ साल पहले शुरू हुआ था अब धीरे-धीरे रंग पकड़ रहा है। तुम्हारी बौखलाहट दिख रही है राक्षसी चेहरे से मुखौटा हट रहा है, तुम्हारी झूठी और मक्कारी से भरे अहिंसा के दिखावे की चमड़ी उधड़ रही है। तुम कितने हिंसक और भयानक हो ये सत्य तथ्यात्मक रूप में दुनिया के सामने लाए जाने के लिये हम भड़ास के मंच को बारंबार नमन करते हैं। हम प्राणप्रण से से तुम्हारे दानवीय स्वप्न "जयति जिन शासनम" को पूरा होने से रोकने में अवश्य सफल होंगे। धरती माता कभी भी जिनों,रक्तपिपासु नंगे पिशाचों, दानवों, असुरों, राक्षसों के कब्जे में नहीं आने देंगे।
जय जय भड़ास
जय नकलंक देव
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