अगर इतने पक्के सबूत के बाद भी संजय और अनूप मंडल पागल कुत्तों की तरह भो भो कर रहे है और कुछ चुतिया उन्हें समर्थन दे रहे है
शुक्रवार, 13 मई 2011
देते रहो , यहाँ हर कुतर्क को घुमा फिर कर तर्क साबित करने की कोशिश की जा रही है , रोते धोते संजय कटे हुए और पागल चिलमपो अनूप मंडल ,और उनके कुछ भाविक बस अपना रोना रोते रहते है
इतनी बुरी तरह से गलत रहने के बावजूद बेशर्मो , निर्लज की तरह यहाँ ब्लॉग पर अपने आप को शूरवीर साबित करते रहे है ,करते रहो
मेरेइस ब्लॉग पर रहने से अगर अनूप मंडल की गाद में दर्द हो रहा है तो मै क्या करू , तुम मुझे जितना चाहे राक्षश कहते रहो मै वो तो बनने से रहा ,लगे रहो
अब अनूप मंडल ने मुझे अपना बाप माना हहै तो मै इन बच्चो को गोद लेने को तैयार हू ...........:)
इतनी बुरी तरह से गलत रहने के बावजूद बेशर्मो , निर्लज की तरह यहाँ ब्लॉग पर अपने आप को शूरवीर साबित करते रहे है ,करते रहो
मेरेइस ब्लॉग पर रहने से अगर अनूप मंडल की गाद में दर्द हो रहा है तो मै क्या करू , तुम मुझे जितना चाहे राक्षश कहते रहो मै वो तो बनने से रहा ,लगे रहो
अब अनूप मंडल ने मुझे अपना बाप माना हहै तो मै इन बच्चो को गोद लेने को तैयार हू ...........:)
3 टिप्पणियाँ:
रोया रोया रोया.....
कितनी कस कर रोया...
अबे निर्लज्ज.... गाद नहीं कहते... किस गांव में पिछाड़ी को गाद कहते हैं अपने वकील प्रवीण शाह से पूछ कर बता
कम से कम एक कार्टून तो लगा देता ;)
जय जय भड़ास
परमात्मा की कृपा है कि तुम धूर्त भड़ास छोड़ कर भाग नहीं रहे हो तुम्हारे और प्रवीण शाह के कारण हम लोग जो इतने बरसों में जनता के सामने न ला सके वह तुम लोगों ने करवा दिया।
आभार
तुम्हारे राक्षसी कृत्य उजागर होते रहेंगे
जय जय भड़ास
जय नकलंक देव
कौन से सबूत राक्षस??? पक्के या कच्चे... किधर हैं और किस बात के जरा ये तो बता
जय जय भड़ास
जय नकलंक देव
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