अधिक आपत्तिजनक या कम आपतिजनक - मतलब तो आपतिजनक से है
सोमवार, 9 मई 2011
@ हमारे व्यंग और विरोध व्यक्ति तक सीमित रहें न कि परिवार की मां, बहन, बेटी व पत्नी तक चले जाएं
डॉ साहब यदि आप की नजर में अनूप मंडल द्वारा आपके द्वारा आपकी पत्नी के गले में बांहे डाल कर खडे होने के चित्र पर ये कमेंट करना कि आप पत्नी के साथ गलबहियां डालने में व्यस्त हैं ये आपतिजनक नहीं है तो ये फिर भडास पर दोहरे मापदंड है
यदि आप इस कमेन्ट के साथ अपनी आज की पर्तिकिया देते और उस समय इस बात को आपतिजनक मानते तो शायद मेरे द्वारा क्या किसी के भी वार कोई हस परिहास ,व्यंग में भी माँ ,बहन ,बेटी ,पत्नी तक नहीं जाता
अब बात अधिक आपतिजनक या कम आपतिजनक की नहीं है
डॉ साहब मै सविधान की बात कर रहा हू और आरोप और अपराध में अंतर भी जनता हू ,क्योकि किसी भी अपराध के सिद्ध होने से पहले आरोप ही लगाये जाते है और आरोपित को ही मामले की जाच के लिए पकड़ा जाता है
डॉ साहब यदि आप की नजर में अनूप मंडल द्वारा आपके द्वारा आपकी पत्नी के गले में बांहे डाल कर खडे होने के चित्र पर ये कमेंट करना कि आप पत्नी के साथ गलबहियां डालने में व्यस्त हैं ये आपतिजनक नहीं है तो ये फिर भडास पर दोहरे मापदंड है
यदि आप इस कमेन्ट के साथ अपनी आज की पर्तिकिया देते और उस समय इस बात को आपतिजनक मानते तो शायद मेरे द्वारा क्या किसी के भी वार कोई हस परिहास ,व्यंग में भी माँ ,बहन ,बेटी ,पत्नी तक नहीं जाता
अब बात अधिक आपतिजनक या कम आपतिजनक की नहीं है
बात है आपतिजनक की
क्या कम आपतिजनक बात पर आँख मुद लेनी चाहिए ?
क्या आप की नजर में ये बात आपतिजनक नहीं थी ?
या इस बात को आपने मजाक में ले लिया था ?
मै इस बारे में खेद व्यक्त कर चूका हू डॉ साहब और तरंत ही उस विवादित लाइन को हटा दिया गया था डॉ साहब मै सविधान की बात कर रहा हू और आरोप और अपराध में अंतर भी जनता हू ,क्योकि किसी भी अपराध के सिद्ध होने से पहले आरोप ही लगाये जाते है और आरोपित को ही मामले की जाच के लिए पकड़ा जाता है
3 टिप्पणियाँ:
और फिर गलत आरोप लगा कर आरोपी को इतना प्रताड़ित करा जाता है कि बेचारा विरोध करने की स्थिति में ही न रहे। अंतर जनते हो(जनना का मतलब होता है प्रसव से पैदा करना);)
डॉ.साहब ये बंदा अभी भी आप पर दोहरे मापदंडों का आरोप लगा रहा है कितना धूर्त है ये
जय जय भड़ास
अमित जी आप अपनी पत्नी के साथ तस्वीर में गलबहियाँ डाले खडे दिख रहे थे इस बात को अनूप मंडल ने लिखा इसमें कम या अधिक आपत्तिजनक क्या है यदि आप खाना खाते हुए तस्वीर डाल देते और अनूप मंडल लिख देता कि आप खाना खाने में व्यस्त हैं तो क्या आपत्तिजनक होता और कितना?हमेशा कहता हूं और कहूंगा कि आपकी पत्नी का सम्मान हमारे लिये भी उच्च स्थान रखता है और मुझे उस कमेंट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा,आपको किस बात पर आपत्ति है गले में बाँहें डाले हुए प्रोफ़ाइल चित्र पर या उसके बारे में कथन पर कि बस यूं ही संजय की माताजी के बारे लिखने पर अपने बचाव में अपनी पत्नी को खड़ा करना है?
जय जय भड़ास
गलबहियां???
हमें भी दिखाइये। सबको दिखाई अब हमसे छिपा रहे हो ये गलत बात है यार
जय जय भड़ास
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