ये पोस्ट मैंने नहीं लिखी है {@ यदि अमित जैन अपनी पत्नी }
गुरुवार, 16 जून 2011
ये शेर सिर्फ उस के लिए जिसने ये घिनोनी हरकत मेरे नाम से की है
एक पत्थर मारा किसी गुमनाम ने मेरे अजीज को ,
और पत्थर पर मेरा नाम लिख दिया ,
चोट मारनी चाही उसने मेरे अजीज को ,
पर वो पत्थर भी चूर चूर हो गया ,
मै तो क्या मेरा नाम भी अगर लिखा हो तलवार पर ,
विश्वाश करना,
वो फूलो का हार बन जायेगी ,
अगर वार करोगे उससे मेरे यार पर
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