जो गॉड को लाएं हैं/ हम उनको लायेंगे/ गॉड से फिर हम सब / सब कुछ ही
मांगेंगे...
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' गो महंगाई गो!' गो बेरोजगारी गो!
______________________________________________________ मैंने कल एक सपना
देखा। मैं जर्मनी में हूं। शाम का समय है। सड़क पर...
2 दिन पहले
11 टिप्पणियाँ:
अनूप
अब ये मत लिख देना की शम्स गधे से बन्दर कब बना ,तुम्हे पता ही नहीं चला
अमित तुम कितना भी नौटंकी कर लो लेकिन तुम्हारे पाप तो उजागर हो ही गए हैं। तुम कार्टून बनाओ, शायरी करो, डॉ.साहब से फोन पर बात करो लेकिन हम तुम्हारी बौखलाहट देख रहे हैं कि किस तरह तुम अपनी असलियत खुल जाने पर हरकतें करके अपना राक्षसी चेहरा छिपाने की कोशिश करते हो। तुम्हारे वकील ने भड़ास से सन्यास ले लिया क्या??
जय जय भड़ास
भाई मुनेंदर क्यों खिश्या रहे हो , और अपने विचारों की उल्टी फिर क्यों अपने आप २ बार साफ़ कर रहे हो
और अब तक तुम , तुम्हारे अनूप गद्बद्व मंडल , शम्स गधे , संजय चु ..या, क्यों नहीं भाई वो रह्स्य खोल देते
@अमित तुम कितना भी नौटंकी कर लो लेकिन तुम्हारे पाप तो उजागर हो ही गए हैं।
अरे बावले मुनेंदर ये तो बता दे की कोन से पाप उजागर हो गये ?
पापी पापा(अपनी प्यारी बेटी के जिसे हम सब प्यार करते हैं)तेरी पाप उजागर कराने की चाहत के लिये .... तथास्तु
ले अगली पोस्ट
जय जय भड़ास
बेटा शम्स जब तुमने पापा बोल ही दिया तो बेटा कभी बाप से बड़ा नहीं बन सकता ,ले तेरी पोस्ट के जवाब मे मेरी अगली पोस्ट जहा तेरे साथ सारे चू...यो की धुनाई हो रही है
शम्स भाई
पापी पापा(अपनी प्यारी बेटी के जिसे हम सब प्यार करते हैं)"पापी पापा" अच्छा शब्द है किसी गाने में यूज़ हो सकता है लेकिन अमित जैन क्या आपका स्क्रू सचमुच ढीला है या नज़र कमजोर है या ड्रग्स के नशे में रहते हो?? चक्कर क्या है???शम्स के बाप बनने को बड़े उतावले हो रहे हो उसने किधर तुम्हें उसका पापा लिखा है??? तुम वाकई पापी पापा हो।
जय जय भड़ास
आयशा तुम सचमुच मे ही वो पागल लड़की हो जिसे सिर्फ पो पो पो लिखना आता है पर ये नहीं पता क्या लिखना है , लगता है तुम कुछ ज्यादा ही ड्रग्स के नशे मे रहती हो , लगता है तुम्हारे साथ तुम्हारे पिटने कोई पाप किया है जभी तुम किसी भी पापा को पापी पापा कह रही हो , और हा इस बार ये मैंने खुद तुम्हारि गन्दी सोच के लिए खुद ही लिखा है ,तुम आगे से किसी भी टिपण्णी मे तो मेरी बहन के सम्भोधन के लायक नहीं रही हो , अब बोलती रहना , की आ गये ना नीचता पर ,कुटिलता पर मेरी विकृत मानसिकता वाली बहन
अमित जैन एक बार दोबारा आयशा के साथ बेहूदा तरीके से वार्तालाप कर रहे हो। वो बहन कहने लायक नहीं लगती क्योंकि उसने तुम्हारी गालियां खाने से इन्कार कर रखा है। उसके पिता ने उसके साथ कोई पाप करा है ये लिख रहे हो तुम। यदि आपने इस बात के लिये आयशा से क्षमा नहीं मांगी वो भी ई-मेल द्वारा भड़ास पर प्रकाशित करके तो मुझे मजबूरन इसमें दखल देना होगा।
तुम प्रमाणित करो कि वह ड्रग्स लेती है
तुम प्रमाणित करो कि उसकी मानसिकता विकृत है
शम्स ने क्या लिखा है तुम्हारी बेटी के लिये?
जय जय भड़ास
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