अमित जैन ने कही प्रवीण शाह ने मानी, डॉ.रूपेश कहैं बस यही दो ज्ञानी...
मंगलवार, 5 जुलाई 2011
प्रवीण शाह इतने दिनों बाद आए भी लेकिन शायद भूल गये कि इन्हें अभी तक मेरे बाकी बचे जवाबों को देना है। ये वही हैं जो कि पहले वीडियो की जाँच करने के लिये साइंटिस्ट-ब्लॉगर्स की टीम गठित करने का सुझाव दे रहे थे जिसके लिये इन्होंने "तसलीम" वालों को चुना था। अब वे पपीते के वीडियो को किसी वीडियो शेयरिंग साइट पर देख कर उसकी अंदरूनी "ऊतकीय वास्तु" को देखते ही जाहिर कर देंगे कि माल बाहर से ठूंसा गया है.....
यार आप से हाथ पैर जोड़ कर विनती है कि आप इतने बड़े वैज्ञानिक हो जो कि मुंबई फ़ॉरेन्सिक लैब के मेरे चूतिया दोस्तों को सिर्फ़ वीडियो देख कर tissue architecture बता दोगे तो प्रभु मैं आपको तत्काल विमान से आने-जाने का किराया, रहने का खर्च, आपकी फीस आदि देने को तैयार हूँ। बस बताएं कि धनराशि कैसे भेज दी जाए। इससे पहले आप मुंबई के ही किन्हीं स्वयंभू वैज्ञानिक सोच रखने वाले ब्लॉगरों को भेजने की बात कहते थे।
अमित जैन हैं कि फोन पर बात करके सारी बात सुलझा लेने में यकीन रखते हैं और आप आधे-अधूरे जवाब देकर पतली गली से निकल जाते हो फिर कहते हो कि आप तार्किकता के नजरिये से दुनिया देखते हैं, "मैं एक सच्चा बाकी जग बच्चा" क्या यही आपका तर्क है???मैंने आपकी भिन्न राय का स्वागत करा है लेकिन राय-सलाह-सुझाव-निर्देश-कार्यशैली कुछ दीजिये तो बस सब बकवास है मैं विश्वास नहीं करता कह देने से हो गया शोध, क्या यही मेरे अपशब्द हैं??
कब आ रहे हैं सूचित करिये व फ़ीस की जानकारी दीजिये
भवदीय
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव
एम.डी.,
पी.एच.डी.(शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधियों का परिरक्षण),
औषधीय परिरक्षण में चुम्बकीय ध्रुवों की भूमिका पर शोधपत्र,
कई सौ चिकित्सकीय आलेखों की प्रस्तुति/प्रकाशन,
जीर्ण वातव्याधियों में स्वरक्तपान पर शोधपत्र,
बायोलॉजिकल ट्रान्सम्यूटेशन पर शोधपत्र,
BLAH...BLAH... मैंने ये किया मैंने वो किया... बक बक...बक बक....
पत्रकारिता स्नातक
भड़ास का संचालक
मेरा मोबाइल नंबर है - 09224496555
1 टिप्पणियाँ:
आदरणीय गुरू जी आप इन धूर्तों को कितने भी मौके देंगे ये नहीं बदलेंगे ये फितरतन कमीने हैं।
जय जय भड़ास
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