छद्म गांधी का कठपुतलीपन देश को हमेशा भुगतना होगा
शनिवार, 27 अगस्त 2011
गांधी जी के छद्मावतार अण्णा हजारे ने केजरीवाल, भूषण बाप-बेटे आदि के हाथों कठपुतली बन कर जो गांधीपन दिखाया है उसे हमारे देश को हमेशा भुगतना होगा जिस तरह से गांधी ने देश के बंटवारे में नेहरू-जिन्ना आदि के हाथों में कठपुतली बन कर भूमिका निभायी थी और देश आज तक उसे भुगत रहा है। वही काम आज अण्णा हजारे ने कर दिया है इस विषय पर ज्यादा लिखना अभी उचित नहीं है कल संसद की कबड्डी का नतीजा एक सोचे समझे सौदे के अंतिम परिणाम के रूप में सामने आ जाएगा। भेड़चाल चलने वाले हिन्दुस्तानी देख कर जश्न मनाने लगेंगे और फिर जब दो चार साल बाद नतीजे सामने आने लगेंगे तब खून के आँसू रोएंगे कि ईमानदार लोकपाल किस देश से आयात करें शायद अमेरिका या जापान को या फिर चीन से ईमानदार लोकपाल बड़ी भारी संख्या में आयात करे जाएंगे।
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